पंजाब को बहुत मंहगा पड़ा सीएम भगवंत मान का गुजरात में प्रचार के लिए जाना

पंजाब को बहुत मंहगा पड़ा सीएम भगवंत मान का गुजरात में प्रचार के लिए जाना

POLITICS


भगवंत मान को गुजरात में प्रचार के लिए जाना पंजाब सरकार को बहुत मंहगा पड़ा है। नागरिक उड्डयन विभाग को मुख्यमंत्री भगवंत मान के 1 से 3 अप्रैल के बीच गुजरात दौरे के लिए किराए पर लिए गए विमान का 44.85 लाख रुपये से ज्यादा का बिल प्राप्त हुआ है। 1 से 3 अप्रैल के बीच भगवंत मान दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो के साथ गुजरात गए थे। गुजरात में अगले दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं और दोनों ने वहां जाकर राज्य में पार्टी के प्रचार अभियान की वर्चुअल शुरुआत की थी।
बठिंडा निवासी हरमिलाप सिंह ग्रेवाल की ओर से दायर एक आरटीआई के जवाब में इस खर्चे का ब्योरा मिला है। हरमिलाप ने भगवंत मान की गुजरात और हिमाचल प्रदेश की यात्राओं पर खर्च की गई राशि का विवरण मांगा था। राज्य नागरिक उड्डयन विभाग ने इसका जवाब दिया कि 1 से 3 अप्रैल के बीच भगवंत मान ने किराए पर चॉपर लिया था, विभाग को इसके लिए 44,85,967 रुपये का बिल मिला।
हिमाचल दौरे का नहीं दिया ब्योरा
हिमाचल दौरे के बारे में आरटीआई के जवाब में कहा गया है कि उन्होंने राज्य सरकार के हेलीकॉप्टर से 6 अप्रैल को पहाड़ी राज्य का दौरा किया था और हेलीकॉप्टर की व्यक्तिगत यात्रा पर होने वाले खर्च का पता नहीं चल सका है।
पार्टी प्रचार के लिए सरकारी खजाने से खर्च
ग्रेवाल ने कहा, ‘सत्ता में आने से पहले, मान तत्कालीन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का पंजाब के भीतर उनके हेलीकॉप्टर उपयोग के लिए उपहास करते थे, लेकिन अब वह दूसरे राज्य की यात्रा के लिए निजी जेट किराए पर ले रहे हैं। उनका गुजरात और हिमाचल का दौरा पूरी तरह से पार्टी के प्रचार के लिए था और इसका राज्य सरकार के कामकाज या पंजाब के लाभ से कोई लेना-देना नहीं था।’
कभी आप में थे ग्रेवाल
ग्रेवाल शुरू में आप के साथ थे लेकिन बाद में उन्होंने पार्टी छोड़ दी और इस विधानसभा चुनाव में उन्होंने बठिंडा से संयुक्त समाज मोर्चा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा। साबरमती आश्रम समेत अन्य जगहों पर जाने के अलावा केजरीवाल और मान ने अहमदाबाद में रोड शो भी किया था और अपने संबोधन में मान ने कहा था कि अब दिल्ली और पंजाब के बाद वे गुजरात आए हैं।
हिमाचल में भी इसी साल चुनाव होने जा रहे हैं और दोनों राज्यों में विपक्षी कांग्रेस के एकजुट नहीं होने पर आम आदमी पार्टी को फायदा होने की उम्मीद है।
-एजेंसियां