पीएससी का जवान ड्यूटी के दौरान छत से गिरा, मौत, दो साल पूर्व हुई थी शादी

पीएससी का जवान ड्यूटी के दौरान छत से गिरा, मौत, दो साल पूर्व हुई थी शादी

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Agra, Uttar Pradesh, India.थाना अछनेरा क्षेत्र से पीएससी के जवान सत्येंद्र कटारा की ड्यूटी के दौरान छत से गिरने के हादसे से उपचार के दौरान मौत हो गई|जिससे पूरे गांव में त्योहार के दिन मातम छा गया| गांव कीठम निवासी दिलीप कटारा का 23 वर्षीय पुत्र सतेंद्र कटारा तीन वर्ष पूर्व पीएससी में नियुक्ति हुई थी|वर्तमान में 38वीं वाहिनी पीएससी अलीगढ़ में तैनात था।दो दिन पहले हाथरस में ड्यूटी के दौरान छत से गिर जाने से गंभीर चोट आई थी। गंभीर अवस्था में सिकंदरा स्थित निजी हॉस्पिटल रेनवो में भर्ती कराया था। सतेंद्र के चाचा कन्हैया ने बताया कि उपचार के दौरान स्थिति चिंता जनक बनी हुयी थी। शुक्रवार को उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। परिजनों ने मृत्यु के कारणों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। कुछ दिन पहले हाथरस के गांव नगला बलना में ड्यूटी लगी हुई थी। जहां पर लगभग बारह जवान एक घर में ठहरे हुए थे। करीब बारह बजे परिजनों को फोन पर सूचना दी गई के सत्येंद्र छत से गिरकर घायल हो गया है| साथी जवानों उसे पहले हाथरस के एक अस्पताल ले कर गए। जहां से सत्येंद्र को आगरा रेफर कर दिया गया। वहाँ से सिकंदरा के रेनबो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। शुक्रवार को उपचार के दौरान उसकी सांसें थम गईं।बताया गया कि सत्येंद्र की शादी दो वर्ष पहले पिंकी से हुई थी| सात माह कि एक बेटी भी है। जो कि ठीक से खड़ा होना भी नहीं सीखी|जिसके सिर से पिता का साया उठ गया| शुक्रवार दोपहर को जैसे गांव में सत्येंद्र की मौत की सूचना मिली पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। पत्नी बेसुध है|

मौके पर नहीं पहुंचा कोई जनप्रतिनिधि

ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक सांसद को मौके पर आना था। लेकिन अफसोस यह कि जन प्रतिनिधि यहां पर नहीं आए हैं। सांसद से दूरभाष के माध्यम से संपर्क किया तो बताया कि हम यहां मौजूद नहीं हैं| महाराष्ट्र गए हुए हैं|वही विधायक की भतीजी का देहांत हो जाने के कारण वे आने में असमर्थ हैं|

जवान की मौत से हजारों की संख्या में घर पर भीड़ मौजूद

जानकारी के मुताबिक बीते हफ्ते रक्षाबंधन पर सतेंद्र छुट्टी पर घर आए थे |ड्यूटी पर जाते समय उन्होंने परिजनों से कहा था| कि वह जन्माष्टमी के दिन घर आएंगे लेकिन किसी को क्या मालूम था| कि सत्येंद्र घर पर वापस तो आए पर तिरंगे में लिपटकर जवान का शव आते ही हजारों की संख्या में भीड़ जमा हो गई और सभी की आंखें नम हो गई| सूचना पर आसपास कई थानों पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंच गया

 

 

Dr. Bhanu Pratap Singh