मथुरा नगर निगम चप्पल प्रकरणः पार्षद पति, पार्षद को तलाश रही पुलिस

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Mathura (Uttar Pradesh, India) मथुरा। नगर निगम की बोर्ड बैठक शुरू होने से पहले शुक्रवार को हुए चप्पल कांड में महिला पार्षद और उनके पति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है।
प्रभारी अधिकारी सदन राजकुमार मित्तल ने पार्षद  दीपिका रानी और उनके पति पुष्पेन्द्र सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस दोनों आरोपियों को तलाश रही है। पुलिस का कहना है कि दोनों के मोबाइल नम्बर बंद जा रहे हैं।

धारा 332, 353, 323, 504 में दर्ज हुआ दोनों के खिलाफ मुकदमा
दूसरी ओर शुक्रवार को नगर निगम के जो पार्षद दीपिका रानी के पक्ष में थे वह भी अब पीछे हटते दिख रहे हैं। जबकि नगर निगम कर्मचारी आरोपी पार्षद के खिलाफ कार्यवाही की मांग पर अडे हैं। नगर आयुक्त, मेयर के साथ मंच पर मौजूद विधायक पूरन प्रकाश ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताते हुए सभी इस स्थिति के लिए सभी पक्षो को जिम्मेदार बताया है। वार्ड 24 की पार्षद दीपिका रानी का कहना था कि उन्होंने ऐसा किया नहीं बल्कि आवेश में आकर हो गया है।

प्रभारी अधिकारी सदन राजकुमार मित्तल ने दर्ज कराई एफआईआर
शुक्रवार को नगर निगम का हॉल छोटा पडने की वजह से स्थानीय होटल के हॉल में नगर निगम की बोर्ड बैठक बुलाई गयी थी। सात महीने बाद नगर निगम की बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें बजट भी पास होना था। बैठक शुरू होने से पहले ही वार्ड 24 की पार्षद दीपिका रानी और नगर आयुक्त के बीच कहासुनी हो गई। इसी बीच पार्षद उत्तेजित हो र्गइं और चप्पल उतार ली। आईएएस आधिकारी नगर आयुक्त के अधीनस्थ कर्मचारी ने जब पार्षद को रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने कर्मचारी पर चप्पल बरसा दीं। इस दौरान पार्षद पति पुष्पेन्द्र सिंह भी उनके साथ थे। दूसरे पार्षद भी अपने स्थान से उठकर आ गये। इसके बाद नगर आयुक्त उठकर चले गये हंगामे के बाद बैठक रद्द कर दी गई।  

विधान सभा में भी ऐसा होता है लेकिन बैठक चलती हैः पूरन प्रकाश
प्रकरण के दौरान मंच पर मौजूद रहे विधायक पूरन प्रकाश जितने आहत इस प्रकरण से हैं उतने ही इस बात से भी हैं कि बैठक नहीं हो सकी। विधायक ने कहाकि विधानसभा मंे भी कई बार ऐसे हालात बन जाते हैं लेकिन बैठक चलती है। उन्होंने कहाकि प्रकरण के बाद नगर आयुक्त को रोकने का प्रयास किया गया लेकिन वह नहीं रूके, उन्हें रूकना चाहिए था और बैठक की कार्यवाही को आगे बढाने में सहयोग करते तो बेहतर होता। उन्होंने कहाकि इस पूरे प्रकरण से उनके सम्मान को भी ठेस पहुंची है। जब उनसे पूछा जाएगा। वह अपन पक्ष रखेंगे।
आलोक दुबे, सीओ सिटी
नगर निगम की सदन की बैठक शुरू हो रही थी, तभी एक महिला पार्षद द्वारा अधिकारियों के साथ अभद्रता की गई थी। इस संदर्भ में नगर निगम के अधिकारियों की ओर से तहरीर प्राप्त हुई थी। सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है प्रयास जारी है।

Dr. Bhanu Pratap Singh