किसानों का तीसरी बाईपास रेल लाइन निकलने के विरोध में धरना जारी, दो किसानों की बिगड़ी तबीयत

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आगरा। कीठम से भांडई तक प्रस्तावित तीसरी बाईपास रेल लाइन को लेकर गुरूवार से आगरा जयपुर हाईवे पर मिढ़ाकुर के समीप नानपुर मोड़ के पास रेल लाइन से प्रभावित किसानों द्वारा अनिश्चित कालीन धरना शुरू कर दिया है। किसानों ने कहा है कि वह टैंट लगाकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन पुलिस द्वारा टैंट को हटवा दिया। जिसके कारण किसान तेज धूप में धरने पर बैठ़े हैं। शुक्रवार दोपहर को तेज धूप में धरना देने के कारण दो किसानों की तबीयत बिगड़ गई। जिसकी सूचना पर काफी देर बाद मलपुरा पुलिस पहुंच गई। आरोप है कि पुलिस किसानों को तेज धूप में ना बैठने की नसीहत देकर वापस चली गई। लेकिन पुलिस ने किसानों को इलाज के लिए अस्पताल नहीं भेजा। जिसके बाद परिजन उन्हें अपने घर ले गए। पुलिस की इस कार्यशैली को लेकर किसानों में काफी रोष है।

अस्पताल भेजने के बजाय नसीहत देकर लौटी पुलिस
तीसरी बाईपास रेल लाइन विरोध सघर्ष समिति के संयोजक चौधरी दलीप सिंह ने बताया है कि तहसील किरावली के गांव मुरैंडा निवासी किसान हाकिम सिंह 68 वर्ष व गांव भिलावटी निवासी किसान विजय सिंह 64 वर्ष गुरूवार से ही धरना स्थल पर बैठ़े हैं। शुक्रवार दोपहर 12 बजे दोनों चक्कर के साथ अचानक उल्टियां होने लगी। जिसकी सूचना मलपुरा पुलिस को दी। कई घंटों बाद मलपुरा पुलिस धरना स्थल पर आई। चौधरी दलीप सिंह ने बताया है कि पुलिस बीमार किसानों को अस्पताल भेजने के बजाय धूप में ना बैठने की नसीहत देकर लौट गई। पुलिस की इस कार्यशैली को लेकर किसानों में काफी रोष है। शाम चार बजे दोनों किसानों के परिजन धरना स्थल पर आकर उन्हें अपने घर ले गए।

पुलिस ने हटवाया टैंट
चौधरी दलीप सिंह ने बताया है कि किसान टैंट लगाकर शांतिर्पूण ढ़ंग से धरना प्रदर्शन करना चाहते थे। लेकिन पुलिस ने टैंट नहीं लगने दिया। जिसके कारण किसानों को तेज धूप में ही हाईवे के किनारे धरना देना पड़ रहा है। किसानों ने कहा है कि यह किसानों के प्रति सरकार की बेरूखी है। वहीं रालोद के जिलाध्यक्ष नरेंद्र बघेल ने कहा है के लोकतंत्र में अपनी जायज मांगों के लिए धरना प्रदर्शन करने का अधिकार सबको है। हम धरने में किसानों के साथ हैं।

इन मांगों को लेकर धरने पर बैठे किसान
किसानों की मांग है कि सभी किसानों को पांच करोड़ रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से समान मुआवजा राशि दिलाई जाए। इसके अलावा प्रभावित किसान के परिवारों को मुफ्त आजीवन रेल यात्रा का पास दिया जाए। वहीं निकलने वाली रेल लाइन से प्रभावित ग्राम पंचायतों में रेल विभाग द्वारा दस करोड़ रुपये के विकास कार्य कराए जाएं। साथ ही जिन परिवारों की जमीन रेलवे लाइन में जा रही है उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिलें। चौधरी दलीप सिंह ने कहा है कि जब तक किसानों की मांगे पूरी नहीं होंगी। तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।

ये रहे मौजूद
धरने में अमर सिंह वर्मा, गौरीशंकर, महेश शर्मा, मुकेश, अजय वर्मा,करतार सिंह, जगन सिंह, सौदान सिंह, विजय सिंह, हाकिम सिंह, रामवीर सारस्वत, तेजपाल, कमल सिंह, विष्णू,जगदीश नरवार, मुकेश चाहर, योगेश शर्मा, पिंकी, बाबूलाल बाल्मिकी, मुकेश सविता, बॉबी, महेश चंद सूबेदार, किसान शिव सिंह, जारवा हरिप्रसाद, जगन सिंह, आदि किसान मौजूद रहे।