Pradhan Mantri Matra Vandana Yojana

दूसरे राज्यों से आने वाली गर्भवती को भी प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ

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Hathras (Uttar Pradesh , India) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी मातृ वंदना योजना की शुरुआत जनवरी 2017 में की गई थी। तभी से इस योजना का लगातार क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती के बेहतर पोषण के साथ जच्चा-बच्चा के स्वास्थय की देखभाल और गर्भवती   के सुरक्षित व संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना है। कोरोना के चलते किये गए लाक डाउन के दौरान दूसरे राज्यों से आने वाली गर्भवती को भी इस योजना का लाभ दिया जाएगा ।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बृजेश राठौर का कहना है कि पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को उचित खानपान तथा जच्चा-बच्चा स्वस्थ रहें, इसके लिए योजना के तहत तीन किस्तों में `5000 रूपये सीधे लाभार्थी के खाते में दिए जाते हैं। इस योजना का लाभ पाने के लिए सबसे पहले स्वास्थ्य इकाई पर पंजीकरण कराना होता है जिसके बाद पहली किस्त के रूप में ₹1000 दिये जाते हैं। दूसरी क़िस्त 6 महीने के भीतर टीकाकरण और जांच कराने पर ₹2000 दिया जाता है और तीसरी क़िस्त प्रसव होने के उपरांत बच्चे के टीकाकरण के बाद मिलती है ।

सीएमओ ने बताया कि कोरोना काल में इस योजना का लाभ लाभार्थियों तक पहुंचाने का जिम्मा आशा कार्यकर्ता को दिया गया है। कोविड-19 के चलते लाभार्थी प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के फॉर्म कार्यालय में नहीं जमा कर पा रहे हैं। इसके लिए लाभार्थी अपने क्षेत्र के आशा व एएनएम से संपर्क कर योजना का लाभ उठा सकते हैं। योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन फॉर्म सिफ्सा की वेबसाइट या आशा व एएनएम के माध्यम से प्राप्त कर सकेंगे। यह  योजना गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत लाभदायक साबित हुई है। इस योजना के संचालन के लिए जिले से लेकर ब्लॉक तक टीम गठित की गई है। जिसकी समीक्षा भी की जाती है। कोविड-19 को दृष्टिगत  रखते हुए प्रथम बार गर्भधारण करने वाली समस्त प्रवासी महिलाओं को योजना का लाभ मिलेगा।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के जिला कार्यक्रम समन्यवक अवनेंद्र कुमार राठौर ने बताया कि योजना कि शुरुआत 2017 में हुई थी। अब तक जिले की 25 हजार 693 महिलाऐं योजना का लाभ ले चुकि हैं।