truckers strike

डीजल-पेट्रोल की मूल्य वृद्धि से ट्रांसपोर्टर परेशान, ट्रक जब्त होने की आशंका, सरकार को दिए ये सुझाव

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Agra, Uttar Pradesh, India. डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से महंगाई बढ़ रही है। आमजन के साथ ट्रांसपोर्टर्स भी प्रभावित हैं। सरकार की हठधर्मिता के कारण परिवहन स्वामियों के सामने रोटी-रोजी की बचाने की समस्या है। इस समय हाल यह है कि वाहन स्वामी अपने अपने वाहनों की बैंकों की ईएमआई समय पर अदा नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए ईएमआई की समय अवधि दिसंबर 2021 तक के लिए बढ़ा दी जाए ताकि बैंक वाले वाहन को जब्त न कर सकें।

नहीं बढ़ा मालभाड़ा

यह बात ऑल इण्डिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस और ट्रांसपोर्ट चैम्बर आगरा के अध्यक्ष वीरेन्द्र गुप्ता, सरदार अमरजीत सिंह ग्रेवाल,सुखदेव कालरा, अशोक बंसल, गिरीश अग्रवाल, गोविंद बिंदल, बॉबी मित्तल, देवेंद्र सिंह, रमेश लाल गुप्ता, बालकिशन सेठी,  डीडी मित्तल, अरुण चौहान, श्याम गुप्ता, बाबूलाल आदि ट्रांसपोर्टरों ने संयुक्त बयान में कही है। उनका कहना है कि विगत वर्ष कोरोना काल मार्च 2020 से अब तक सरकार डीजल के मूल्य में लगभग 23-24 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर चुकी है। उत्पादन कम होने के कारण माल भाड़ा बिलकुल नहीं बढ़ा है। इसका खामियाजा ट्रक मालिक को उठाना पड़ रहा है।

सरकार को सुझाव

वीरेन्द्र गुप्ता ने सुझाव दिया है कि सरकार आमजन के साथ साथ परिवहन व्पारियों के हित को सर्वोपरि मान कर सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी में भारी कटौती करके डीजल-पेट्रोल के दाम में कमी करे। सरकार से अपील की गई है अग्रिम बजट 2022 में पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में लाया जाए। वन नेशन वन टैक्स की नीति लागू करके आमजन को राहत प्रदान की जाए।