थोड़ी भी शर्म बची हो तो राणा सांगा मामले में माफी मांग लें, हो सकता है जनता माफ कर दे
आगरा। फतेहपुर सीकरी के सांसद एवं भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने कहा है कि समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन में जरा सी भी शर्म होती तो वे समाजवादी पार्टी को उसी दिन छोड़ देते जब सपा के गुंडों ने लखनऊ के गेस्ट हाउस में बहन मायावती की हत्या का प्रयास किया था। सुमन को उस समय भी दलितों की याद नहीं आई जब सपा के गुंडों ने कांशीराम और मायावती की मूर्तियां तोड़ी थीं।
सांसद राज कुमार चाहर ने आज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव होकर ये बातें कहीं। राणा सांगा को गद्दार करने के लिए के सुमन को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि सुमन में थोड़ी सी भी शर्म अब भी हो तो समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देकर जनता से मांफी मांग लें। हो सकता है कि आज भी जनता आपको माफ कर दे, लेकिन जनता माफ तभी करेगी जब तुम समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे देंगे। सांसद चाहर के इस लाइव को लगभग डेढ़ लाख लोगों ने सुना।
श्री चाहर ने कहा कि कुछ दिनों से देश भर में संग्राम छिड़ा हुआ है। संग्राम है महाराणा संग्राम सिंह को लेकर, देश के एक बहादुर योद्धा जो मुगलों से अनेकों युद्ध लड़े ओर सबमें उनकी जीत हुई। वे लुटेरे और आक्रांता बाबर से लड़े। राक्षस बाबर से लोहा लेने का काम शूरवीर योद्धा महाराणा सांगा ने किया।
मैंने पहले भी लड़ाई लड़ी है, अब भी लड़ रहा हूं
सांसद चाहर ने कहा, मैं संकल्प करता हूं। मैं बजरंग दल का संयोजक रहा हूं। बजरंग दल के संयोजक के रूप में मैंने पहले भी आक्रांता मुगलों के बताये हुए रास्ते पर चलने वाले बाबर, औरंगजेब, हिमायूं और जहांगीर को मानने वाले लोगों के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। ये लड़ाई किसी एक जाति या वर्ग की नहीं है, ये लड़ाई हम सब की है। ये वैचारिक युद्व शुरू हो गया है। हम सभी लोग इस वैचारिक लड़ाई को लड़ें ओर जीतें। धोखेबाज ओर गद्दार उस समय भी थे और आज भी गद्दार और धोखेबाज आप सभी को नजर आ जाएंगे।
छोड़ क्यों नहीं देते ऐसे राजनीतिक दलों को
सांसद ने रामजीलाल सुमन सहित अन्य नेताओं पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, क्यों नहीं छोड़ देते हो ऐसी पार्टियों को जिन पार्टियों में आपकी आवाज बन्द हो जाती है। आपकी बोलती बंद हो जाती है। क्यों आप एमपी-एमएलए या ऐसा ही कुछ बनने के लिए ऐसे दलों में काम करते हैं जो आपके स्वाभिमान को ललकारें। हमारे महापुरुषों को ललकारें। जो हमें चुनौती दें। ऐसे नेताओं को थोड़ा सा तो एकांत में बैठकर सोचना चाहिए।
मायावती पर हमले के समय सुमन का दलित प्रेम नहीं जागा
सांसद चाहर ने सपा पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि क्या उस समय को भूल गए जब 2 जून 1995 में पूर्व मुख्यमंत्री बहन कुमारी मायावती (उस समय बसपा की नेता) की समाजवादी पार्टी के गुंडों ने हत्या करने का प्रयास किया था। बहन जी बाल-बाल बची थीं। सुमन जी क्या आप उस समय दलित नहीं थे? क्या आपको उसी समय समाजवादी पार्टी को नहीं छोड़ देना चाहिए था?
सांसद ने सवाल किया कि उस समय सुमन को समझ में नहीं आया कि जिन बहन मायावती पर सपा गुंडों ने जानलेवा हमला किया था, वे भी एक दलित नेता थीं। उस समय भी आपको खुद के दलित होने का आभास नहीं हुआ जब सपा के गुंडे मान्यवर कांशीराम और बहन मायावती की प्रतिमाओं को तोड़ रहे थे। चाहर ने कहा समाजवादी पार्टी सत्ता की भूखी है। ये लोग स्वाभिमान के लिए नहीं जीते। ये देश व धर्म के लिए काम नहीं करते। इन्हें तो बस सत्ता चाहिए।
खेद प्रकट कर कह रहे माफी नहीं मांगूंगा, ओवैसी की भाषा बोल रहे
सांसद चाहर ने कहा कि रामजीलाल सुमन जी, आप इतने बुजुर्ग हैं। आपने दो दिन पहले खेद प्रकट किया और फिर आप कह रहे हैं कि मैं माफी नहीं मांगूंगा। आप माफी के योग्य भी नहीं है। कोन आपको माफ करेगा। आपने एक भाषा और बोली कि वो लोग आना चाहें आ जायें, प्रशासन हमें छूट दे दे, हम अपने आप निपट लेंगे। सुमन जी, ये वही भाषा है जो हैदराबाद के अंदर ओवैसी ने बोली थी। आपको क्या छूट चाहिए। आप चुनौती दे रहे हो। आप समाज में विघटन का कार्य कर रहे हो। कोई समाज आपके साथ आने को तैयार नहीं है। जिस वर्ग से आप आते हो, वह वर्ग भी आपके साथ आने को तैयार नहीं है।
ये वैचारिक लड़ाई का दौर, महापुरुषों की जयंती सभी मिलकर मनाएं
सांसद चाहर ने भावुक होते हुए कहा, साथियों, इस समय को पहचानो। इस समय वैचारिक लड़ाई चल रही है। भारत दुनिया में आगे है। आज भारत फिर से विश्व गुरु बनने जा रहा है क्योंकि आज जिस विचार के हम सब अनुयायी हैं, पूरा भारत भी उस विचार का अनुयायी है। इस विचार को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने एक बीज रखा था। आज वो वृक्ष बन गया है। आज उस वृक्ष को आगे बढ़ाने का काम है।
हम सभी जातियों के छोटे-छोटे झगड़ों में न पड़ें। महापुरुष कोई भी हो, सभी सनातनी उस महापुरुष की जयंती मिल-जुल कर मनाएं। एक जाति के लोग ही न मनाएं, सभी जातियों के लोग साथ-साथ मनाएं। सांसद चाहर ने कहा कि हम सनातनियों का नव वर्ष आ रहा है। सभी सनातनी इस नव वर्ष को बड़े ही धूमधाम से मनाएं।
सीकरी में राणा सांगा, सूरजमल, वीर गोकुला, खेमकरण और रामकी चाहर की प्रतिमाएं लगाएंगे
चाहर ने कहा कि मैंने फतेहपुर सीकरी में राणा सांगा की प्रतिमा लगाने का संकल्प किया है। में शुरुआत कर रहा हूं। मेरी हाथ जोड़कर विनती है कि इस पर कोई भी राजनीतिक टिप्पणी या राजनीतिक बात न करे। राणा सांगा की प्रतिमा हम आगरा गेट पर स्थापित करेंगे। एक हम सब मिलकर चलेंगे। प्रशासन के अधिकारियों को भी हम साथ लेंगे। उनकी अनुमति भी लेंगे। फतेहपुर सीकरी के बगल में भरतपुर भी है। सीकरी बाईपास के चौराहे पर हम महाराजा सूरजमल, खेमकरण, वीर गोकुला जाट और रामकी चाहर की प्रतिमा लगाएंगे।
ओकेंद्र राणा ने कोई अपराध नहीं किया
सांसद चाहर ने लाइव के माध्यम से आगरा के पुलिस कमिश्नर सहित प्रशासन से कहा कि सांसद सुमन के आवास पर प्रदर्शन के दौरान पथराव में घायल हुए नौजवानों ने एफआईआर के लिए जो प्रार्थना पत्र दिया है।, उस पर तत्काल प्रभाव से मुकदमा कायम करें। पथराव में शामिल रहे सांसद सुमन के गुंडों को तत्काल गिरफ्तार करें। ओकेन्द्र राणा ओर उनके साथियों के लिए दबिश मारने की जरूरत नही हैं। उन्होंने कोई गलती नहीं की है। उन्होंने कोई पाप अथवा अपराध नहीं किया है। प्रजातंत्र में अपने हक ओर अधिकार की बात उठाई है जो हर नौजवान को उठानी चाहिए।
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