केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिशा रेल दुर्घटना के लिए ‘तकनीकी कारण’ को ज़िम्मेदार बताया, 261 लोगों की मौत – Up18 News

ओडिशा रेल दुर्घटना 261 लोगों की मौत, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ‘तकनीकी कारण’ को जिम्मेदार बताया

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केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिशा रेल दुर्घटना के लिए ‘तकनीकी कारण’ को ज़िम्मेदार बताया है. धर्मेंद्र प्रधान ने मीडिया से कहा, “दुर्भाग्यजनक हादसा हुआ. नहीं होना चाहिए था. कुछ तकनीकी कारण से ये हुआ है. रेल विभाग ने उस पर इन्क्वायरी कमेटी बैठाई है. रेल मंत्री आज स्वयं सुबह से आकर डटे हैं. वो सारे विषय को ख़ुद देख रहे हैं.” ओडिशा के बालासोर में कल (शुक्रवार) शाम को हुए रेल हादसे में कम से कम 238 लोगों की मौत हो गई.

प्रधान ने कहा कि अभी सारी एजेंसी रेस्क्यू (बचाव) के काम में लगी हैं. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दौरा करेंगे. प्रधान ने कहा, “अभी आज यहां प्रधानमंत्री भी आएंगे. थोड़ी देर पहले ओडिशा के मुख्यमंत्री वहां होकर गए हैं. (पश्चिम) बंगाल की मुख्यमंत्री भी आ रही हैं. मरम्मत और बचाव के काम में हम सबके सहयोग की अपेक्षा करते हैं. स्थानीय लोगों ने बहुत मदद की.” प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से भी इस बारे में जानकारी दी गई है कि पीएम मोदी ओडिशा दौरे पर शनिवार को रहेंगे.

रेल मंत्री ने क्या कहा?

केंद्रीय मंत्री प्रधान के साथ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद थे. वैष्णव ने कहा कि बचाव का काम पूरा हो गया है और अब मरम्मत का काम शुरू हो गया है. उन्होंने कहा, “इस दुर्घटना की जड़ तक जाएंगे और कभी भी इस तरह की घटना वापस न हो, इसकी व्यवस्था करेंगे.”

हादसे के बाद से रेलवे, एनडीआरएफ़ और सेना की टीमें राहत और बचाव के काम में जुट गईं. स्थानीय लोगों ने भी इनकी उल्लेखनीय मदद की. ओडिशा के जिन अस्पतालों में घायलों को भर्ती कराया गया है, वहां बड़ी संख्या में लोग खून देने और मदद करने पहुंच रहे हैं.

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ऐसे सभी लोगों को शुक्रिया कहा है. वहीं ओडिशा के चीफ़ सेक्रेट्री प्रदीप जेना ने इसे अच्छा संकेत बताया.

जेना ने बताया, “लोग ख़ुद ही ख़ून देने के लिए आगे आ रहे हैं. मुझे कई जगहों से संदेश मिले हैं. ये अच्छा संकेत है.” चीफ़ सेक्रेट्री ने बताया कि हादसा होने के बाद से ही स्थानीय लोगों ने बचाव में लगी टीमों की काफी मदद की है.

सिस्टम ‘कवच’ पर रेलवे ने ये कहा

ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद से विपक्ष और एक्सपर्ट सरकार को घेर रहे हैं. विपक्षी दलों के नेता और सोशल मीडिया पर कई लोग ट्रेन हादसे के बाद ये सवाल उठा रहे हैं कि आख़िर इतना बड़ा हादसा कैसे हुआ?

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ”हादसे के बाद हाई लेवल कमेटी बनाई गई है और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा.”

इस हादसे के बाद सोशल मीडिया पर ‘कवच’ की भी चर्चा हो रही है.

कवच यानी वो सिस्टम जिसके बारे में कहा जाता है कि इसके ज़रिए रेल हादसों को रोका जा सकता है. दावा किया गया था कि अगर दो ट्रेनें एक ट्रैक पर आ रही हों तो ये सिस्टम दोनों ट्रेनों को रोक देगा. कवच सिस्टम मार्च 2022 में लॉन्च किया गया था.

सरकार की योजना के मुताबिक़ कवच के तहत 2000 किलोमीटर के रेल नेटवर्क को कवर किया जाना था. सरकार इस दिशा में काम कर रही थी और रेल रूट्स को इसके ज़रिए कवर किया जा रहा था. सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है.

इस पुराने वीडियो में अश्विनी वैष्णव कहते दिखते हैं, ”हम अपना एक सिस्टम कवच बना रहे हैं. कवच यूरोप के सिस्टम से भी ज़्यादा बेहतर है. हमने एक टेस्ट भी किया. इस टेस्ट में एक ट्रेन में मैं भी सवार था. एक ही ट्रैक पर दो तरफ़ से हाई स्पीड में ट्रेनें आ रही थीं. ठीक 400 मीटर की दूरी पर कवच सिस्टम ट्रेनों को ख़ुद से रोक देता है. मैं इंजीनियर था तो मैंने इन ट्रेनों में बैठने का रिस्क ख़ुद लिया और इसका परीक्षण किया. मैं बहुत आत्मविश्वास से भरा था.”

ऐसे में जब ये सवाल उठ रहा है कि आख़िर बालासोर में हुए हादसे को कवच के कारण क्यों नहीं रोका गया? इसका जवाब रेलवे के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने दिया. शर्मा ने कहा, ”कवच सिस्टम रूट के आधार पर होता है. दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली बॉम्बे रूट पर ही फिलहाल कवच सिस्टम को लगाया जा रहा है. प्रक्रिया में है. जिस रूट पर हादसा हुआ, वहां कवच सिस्टम शुरू नहीं हुआ था.”

 

Dr. Bhanu Pratap Singh