आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना में   कोई भी अस्पताल इलाज से मना नहीं कर सकता: प्रो. एसपी सिंह बघेल

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अस्पताल में आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना की अलग हेल्प डेस्क स्थापित की जाए

आगरा। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो० एस०पी० सिंह बघेल ने विकास भवन है में आयुष्मान कार्ड धारकों को होने वाली परेशानी को ध्यान में रखते हुए आयुष्मान पैनल हॉस्पिटल के सभी संचालकों, चिकित्सा से संबंधित अधिकारियों  के  साथ विकास भवन में एक बैठक की। बैठक में श्री बघेल ने कहा कि आयुष्मान कार्ड धारकों को निर्बाध चिकित्सा दी जाए। इसमें किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो आप मुझे स्पष्ट रूप से बताएं।

श्री बघेल ने संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि आगरा ही नही अपितु पूरे प्रदेश और देश मे इस समस्या का समाधान होना चाहिये। जल्द ही अपने अधिकारियों के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ एक बैठक करके प्रदेश स्तर पर नीतिगत सुधार के लिए भेंट करेंगे।

बैठक में बताया गया कि आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना में एसईसीसी सेंसस 2011 की सूची में जिनका नाम है, ऐसे व्यक्ति जनसेवा केन्द्र पर आवेदन कर सकते हैं, इसमें पात्र व्यक्ति का रू0 05 लाख तक का इलाज मुफ्त किया जाता है। इस योजना में पोर्टविलिटि की सुविधा भी प्रदान की गई है। आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना से छूटे व्यक्ति मुख्यमंत्री जनआरोग्य अभियान में आवेदन कर मुफ्त ईलाज का लाभ ले सकता है।

बैठक में आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना कार्ड बनाने में आ रही समस्याओं पर भी विचार किया गया, जिसमें बताया गया कि ऐसे पात्र व्यक्ति जिनका एसईसीसी सेंसस 2011 की सूची में नाम, पिता का नाम तथा पते में भिन्नता, पोर्टल पर लेबर कार्ड का डाटा सर्च न होना, जनसुविधा केन्द्र पर आवेदन पेंडिंग रहना तथा आशा व फील्ड वर्कर को आयुष्मान कार्ड बनाने में प्रोत्साहन राशि न मिलने से उनका इस कार्य में रूचि न लेना इत्यादि समस्यायें हैं।

बैठक में ऐसे निजी अस्पताल जो आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना में इन्पैनल्ड है उनके संचालकों द्वारा आ रही व्यावहारिक कठिनाईयों यथा- क्लेम उपरांत अनावश्यक दस्तावेज मांगे जाना, उपचार से पूर्व कार्ड वेरिफिकेशन किये जाने में विलम्ब होना, बिना ठोस कारण बताये अस्पतालों के क्लेम को रिजेक्ट कर देना, डीजीआरसी की बैठक में संचालकों द्वारा रिव्यू देने पर भी धनराशि का भुगतान न करना, संचालकों द्वारा डाले गये क्लेम के सापेक्ष धनराशि काटकर भुगतान करना, छोटी-छोटी तकनीकी कमियों के आधार पर क्लेम के भुगतान को सम्बन्धित विभाग द्वारा रोके रखना, पूरा क्लेम न दिये जाने जैसी समस्याओं को रखा गया।

बैठक में बताया गया कि जनपद आगरा में 23 अस्पताल सरकारी तथा 58 निजी अस्पताल, जनपद एटा के जलेसर व अवागढ़ में 05 अस्पताल आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना में इन्पैनल्ड हैं। मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी जी अपने मन की बात कार्यक्रम हो या कोई भी सार्वजनिक मंच सभी में आयुष्मान भारत योजना की बात रखते हैं, यह केन्द्र सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, उन्होंने कहा कि बिना हैल्थ अन्त्योदय के स्वास्थ्य क्षेत्र में अन्त्योदय के विचार को साकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने उपस्थित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना में आ रही तकनीकी व व्यावहारिक कठिनाईयों को अस्पताल संचालकों से समन्वय कर निस्तारित करने के कड़े निर्देश दिए।

बैठक में मंत्री ने सभी इन्पैनल्ड अस्पतालों को अलग से हेल्प डेस्क स्थापित करने, अस्पताल के प्रवेश द्वार पर आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना सम्बन्धी समस्त जानकारी का बोर्ड लगाने तथा अस्पताल में आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना हेतु आरोग्य मित्र नियुक्त करने के निर्देश दिए, जिससे कि लाभार्थी को उचित व समय पर उपचार मुहैया कराया जा सके।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आगरा में मणिकंडन, सहायक निदेशक, स्वास्थ्य डॉ चन्द्रशेखर, मुख्य चिकित्साधिकारी आगरा डॉ अरुण कुमार श्रीवास्तव, सीएमओ एटा डॉ उमेश त्रिपाठी, एसीएमओं डॉ सुकेश गुप्ता, डीआईयू आगरा व एटा एवं एनएचए दिल्ली सहित आगरा व एटा के पैनल्ड अस्पतालों के संचालक उपस्थित रहे।

आगरा के निजी चिकित्सक डॉ राजीव उपाध्याय, डॉ अंकुर बंसल, डॉ श्वेतांक प्रकाश, डॉ संदीप अग्रवाल, डॉ आर के गुप्ता, डॉ अरिंजय जैन, डॉ विजय गौतम, डॉ राजेन्द कुमार, डॉ सुनील शर्मा आदि उपस्थित रहे।

Dr. Bhanu Pratap Singh