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जी का जंजाल बना आयकर विभाग का नया पोर्टल, Anil Verma Advocate ने Nirmala Sitharaman को लिखी जोरदार चिट्ठी

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Agra, Uttar Pradesh, India. आयकर विभाग का बहुप्रतीक्षित पोर्टल www.incometaxindia.gov.in जी का जंजाल बन गया है। आय़कर विवरणी (आईटीआर) दाखिल नहीं हो पा रहा है। यह पोर्टल 7 जून, 2021 को लॉन्च किया गया था। इसका मीडिया में खूब प्रचार किया गया। जैसे ही पोर्टल चालू हुआ, आयकर से संबंधित सारा काम ठप हो गया। जाने-माने आयकर विशेषज्ञ एवं नेशनल चैम्बर के आयकर प्रकोष्ठ के चेयरमैन अनिल वर्मा एडवोकेट पूरे देश में करदाताओं को आयकर विभाग की इस नई वेबसाइट पर काम करने में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का ध्यान इन मुद्दों की ओर दिलाया है।

पोर्टल में ये हैं कमियां

1. आयकर विभाग का पोर्टल ठीक से काम नहीं कर रहा है। कुछ प्राथमिक कार्य जैसे निर्धारिती डीएससी को अपडेट या पंजीकृत करने में सक्षम नहीं हैं, नई फर्म या कंपनियां आयकर विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करने में सक्षम नहीं हैं।

2. पासवर्ड भूलने का विकल्प काम नहीं कर रहा है।

3. आयकर रिटर्न की पीडीएफ और रिटर्न की पावती भी काम नहीं कर रही है।

4. डीआईएन नंबर ऑटो पॉप्युलेट नहीं हो रहा है और चालान नंबर भी मान्य नहीं हो रहे हैं।

5. VSV के लिए कोई टैब नहीं और 15CA/15CB फाइल करने में भी असमर्थ।

6. ई कार्यवाही टैब काम नहीं कर रहा है और आगे पोर्टल पर पहले से पंजीकृत शिकायतों को संबोधित किए बिना हटा दिया जाता है और पुरानी बकाया मांगों को भी प्रतिबिंबित नहीं किया जाता है।

7. निर्धारिती आकलन वर्ष 2021-2022 के लिए रिटर्न दाखिल करने में असमर्थ हैं।

8. उपरोक्त के अलावा पोर्टल में कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों का भी अभाव है, जिन्हें संशोधित करने की आवश्यकता है, जैसे कि रिफंड को फिर से जारी करने का अनुरोध करने में असमर्थ, फॉर्म 26AS को देखने में असमर्थ, रिटर्न के सुधार का विकल्प अब उपलब्ध नहीं है, रिटर्न जो पहले से ही मार्च में संसाधित किए गए थे, 2021 को अब विवरण में प्रसंस्करण के तहत दिखाया गया है।

अनिल वर्मा की मांग

श्री वर्मा ने बताया कि कोई भी निर्धारिती अपनी आय की विवरणी को सही ढंग से दाखिल करने में सक्षम नहीं है। उन्होंने मांग की है कि इसे जल्द से जल्द ठीक किया जाए। 1 जून, 2021 से पहले काम कर रहा पोर्टल फिर से सक्रिय किया जाए ताकि समयबद्ध ई-कार्यवाही को रोका न जा सके।