पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हाउसिंग कॉन्प्लेक्स के बाहर खड़ी कार से मिला करोड़ों का खजाना

पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हाउसिंग कॉन्प्लेक्स के बाहर खड़ी कार से मिला करोड़ों का खजाना

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पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले स्थित शिवपुर में एक हाउसिंग कॉम्प्लेक्स के बाहर खड़ी एक कार से मिले खजाने को देख मौके पर खड़े सभी लोगों के होश उड़ गए। जिसने देखा व देखता ही रह गया। कार में इतना खजाना कहां से आया। उस गाड़ी से 2 करोड़ कैश और काफी मात्रा में हीरे व सोने के जेवर बरामद किए हैं।

एक बैंक की शिकायत पर कोलकाता पुलिस की एक टीम वहां तलाशी करने पहुंची थी। कोलकाता पुलिस की एंटी बैंक फ्रॉड शाखा ने एक शिकायत पर छापेमारी की थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि हावड़ा के एक व्यवसाई शैलेश पांडा के घर छापेमारी की गई। जब पुलिस वहां पहुंची तो फ्लैट का गेट बंद था। बाद में नकली चाबी से पुलिस ने फ्लैट खुलवाया गया। इधर हाउसिंग कॉन्प्लेक्स के बाहर गाड़ी से पुलिस ने 2 करोड़ रुपए बरामद किए। फिलहाल पुलिस मामले पर कार्रवाई कर रही है। इस कॉम्प्लेक्स में शैलेश पांडा और अरविंद पांडा दो भाईयों के दो फ्लैट हैं।

संदिग्ध था बैंक ट्रांजैक्शन

सूत्रों ने बताया कि पुलिस को शैलेश के खिलाफ एक निजी बैंक से शिकायत मिली थी। बैंक की ओर से बताया गया था कि आरोपी के बैंक अकाउंट से लगातार रुपए का संदिग्ध लेन देन हो रहा है। इधर शैलेश पर रुपए की धोखाधड़ी सहित कई मामले पहले से ही दर्ज है। बैंक के नजर में शैलेश का अकाउंट आते ही अकाउंट को फ्रीज कर दिया गया। बैंक की ओर से कोलकाता पुलिस में 14 अक्टूबर को शैलेश और उसके भाई के खातों में बड़ी रकम के लेन-देन की शिकायत मिलने के बाद तलाशी अभियान चलाया गया। शिकायत पर हेयर स्ट्रीट थाने में मामला दर्ज किया गया और कोलकाता पुलिस की एंटी बैंक फ्रॉड शाखा ने मामले की जांच शुरू की।

फ्लैट को पुलिस ने किया सील

पुलिस सूत्रों ने बताया कि जब पुलिस रेड करने पहुंची तो फ्लैट में कोई नहीं था। छापेमारी के बाद फ्लैट को सील कर दिया गया है। प्राथमिक रूप में पुलिस का मानना है कि किसी तरीके से आरोपी के परिवार को छापेमारी की खबर लग गई थी। दोनों भाईयों के परिवारों में कोई भी मौजूद नहीं था।पुलिस दोनों भाईयों को ट्रैक करने की कोशिश कर रही है।

शुरू हुआ राजनीतिक विवाद

इस घटना को लेकर बीजेपी के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य में आम आदमी के पास पैसा नहीं है लेकिन लोगों के एक छोटे से वर्ग ने टीएमसी के समर्थन से गलत तरीके से बड़ी संपत्तियां अर्जित की हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या यही कारण है कि टीएमसी ने 2016 में नरेंद्र मोदी सरकार की नोटबंदी का विरोध किया था।

हमें अपने पुलिस बल पर गर्व बोले शांतनु सेन

समिक भट्टाचार्य पर पलटवार करते हुए टीएमसी के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने कहा कि यह जब्ती साबित करती है कि नोटबंदी से काले धन के प्रचलन को रोकने में मदद नहीं मिली। हाल में गुजरात में नोट की जब्ती के बारे में क्या कहेंगे? हमें अपने पुलिस बल पर गर्व है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी विभिन्न राज्यों में विपक्षी दलों की लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकारों को गिराने के लिए पार्टी के करीबी लोगों के जमा किए गए काले धन का उपयोग कर रही है।

 

Dr. Bhanu Pratap Singh