रामायण की महत्वपूर्ण पात्र थी कैकसी, जिसने वरदान में मांगे थे रावण के दस सिर और बीस हाथ

RELIGION/ CULTURE

 

ऋषि विश्वश्रवा जो ब्रह्मा जी के पौत्र थे ने ऋषि भारद्वाज की पुत्री इलाविदा ( देवांगना) से विवाह किया था जिनसे कुबेर का जन्म हुआ। विश्वश्रवा की दूसरी पत्नी कैकसी से रावण, कुंभकरण, विभीषण और सूर्पणखा पैदा हुई थी।

कैकसी को निकषा और केशिनी के नाम से भी जाना जाता है

अपनी सेवा के एवज में कैकसी ने अपने पति से वरदान मांगा कि उन्‍हें ऐसे पुत्रों का वरदान चाहिए जो देवताओं से भी ज्‍यादा शक्‍तिशाली हो और उन्‍हें हरा सके। कुछ समय बाद उसने एक अद्भुत बालक को जन्‍म दिया जो दस सिर और बीस हाथों वाला था। कैकसी ने पूछा, इस बालक के इतने हाथ और सिर क्‍यों हैं? तक ऋषि ने कहा कि तुमने अद्भुत बालक मांगा था इसलिए ये अद्भुत है और इस जैसा कोई और नहीं है। ग्‍यारहवें दिन उस बालक का नामकरण संस्‍कार हुआ और उसका नाम रावण रखा गया।

आइये और जानें महाबली रावण के बारे में

रावण के छह भाई थे जिनके नाम ये हैं- कुबेर, विभीषण, कुम्भकरण, अहिरावण, खर और दूषण। खर, दूषण, कुम्भिनी, अहिरावण और कुबेर रावण के सगे भाई बहन नहीं थे।

रावण की बहनें : रावण की दो बहने थीं। एक सूर्पनखा और दूसरी कुम्भिनी थी जोकि मथुरा के राजा मधु राक्षस की पत्नी थी और राक्षस लवणासुर की मां थीं। कुबेर को बेदखल कर रावण के लंका में जम जाने के बाद उसने अपनी बहन शूर्पणखा का विवाह कालका के पुत्र दानवराज विद्युविह्वा के साथ कर दिया।

रावण की पत्नियां : रावण की यूं तो दो पत्नियां थीं, लेकिन कहीं-कहीं तीसरी पत्नी का जिक्र भी होता है लेकिन उसका नाम अज्ञात है। रावण की पहली पत्नी का नाम मंदोदरी था जोकि राक्षसराज मयासुर की पुत्री थीं। दूसरी का नाम धन्यमालिनी था और तीसरी का नाम अज्ञात है। ऐसा भी कहा जाता है कि रावण ने उसकी हत्या कर दी थी। दिति के पुत्र मय की कन्या मंदोदरी उसकी मुख्‍य रानी थी जो हेमा नामक अप्सरा के गर्भ से उत्पन्न हुई थीं।

रावण के पुत्र और पुत्रियां : मंदोदरी से रावण को जो पुत्र मिले उनके नाम हैं- अक्षयकुमार, मेघनाद, महोदर, प्रहस्त, विरुपाक्ष भीकम वीर। कहते हैं कि धन्यमालिनी से अतिक्या और त्रिशिरार नामक दो पुत्र जन्में जबकि तीसरी पत्नी के प्रहस्था, नरांतका और देवताका नामक पुत्र थे।

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रावण के दादा-दादी : रावण के दादा ना नाम पुलस्त्य और दादी का नाम हविर्भुवा था।

रावण के नाना-नानी : राक्षसराज सुमाली की कैकसी नामक पुत्री से रावण का जन्म हुआ था। रावण की नानी का नाम केतुमती था। प्रहस्त, अकन्पन, विकट, कालिकामुख, धूम्राश, दण्ड, सुपार्श्व, सहादि, प्रधस और भास्कण आदि रावण के मामा थे और रांका, पुण्डपोत्कटा, और कुभीनशी उसकी मौसियां थीं।

अन्य रिश्तेदार :

मारीच और सुबाहू : यह दोनों लंका के राजा रावण के मामा थे और सुण्ड एवं ताड़का के पुत्र थे।

सरमा : सरमा विभिषण की पत्नी थी और उसकी बेटी का नाम त्रिजटा था।

वज्रज्वाला : कुंभकर्ण की पत्नी थीं।

सुलोचना : मेघनाद की पत्नी थीं।

– एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh