T20 वर्ल्ड कप में चयन की गारंटी नहीं होगा खिलाड़ियों का IPL का प्रदर्शन

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T20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए टीमों की घोषणा की अंतिम तिथि 1 मई निर्धारित की गई है, जिसे देखते हुए टीमों के ऐलान का सिलसिला शुरू हो चुका है। भारतीय फैंस भी टीम इंडिया स्क्वाड का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। माना जा रहा है कि बीसीसीआई के चयनकर्ता आईपीएल 2024 में प्रदर्शन के आधार पर टीम का चयन करेंगे। इसी बीच भारत के पूर्व बाएं हाथ के तेज गेंदबाज इरफान पठान का कहना है कि मौजूदा आईपीएल 2024 में कुछ खिलाड़ियों का प्रदर्शन वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले आगामी टी20 विश्व कप के लिए चयन की गारंटी नहीं दे सकता।

भारत के लिए खेलने के बावजूद मुझे चोटिल होने के कारण बाहर कर दिया गया।

इरफान पठान ने टी20 विश्व कप के लिए टीम इंडिया के चयन को लेकर स्टार स्पोर्ट्स शो के ‘टिकट टू वर्ल्ड कप’ के एपिसोड में कहा कि जब चीका सर (कृष्णमाचारी श्रीकांत) चयनकर्ता थे, तब में भारतीय टीम का हिस्सा था। भारत के लिए खेलने के बावजूद मुझे चोटिल होने के कारण बाहर कर दिया गया, लेकिन मुझे कोई शिकायत नहीं है। मेरे मन में उनके प्रति बहुत सम्मान है। मैं कह रहा हूं उस समय स्थिति अलग थी। शायद कप्तान या चयन समिति की सोच भी अलग थी।

आईपीएल को चयन का आधार नहीं बनाएं

2007 टी20 विश्व कप फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीतने वाले पठान ने आगे कहा कि जब आप चयन समिति में होते हैं, तो आपको किसी खिलाड़ी के बारे में नहीं भूलना चाहिए। इसलिए केवल आईपीएल को चयन का आधार नहीं बल्कि खिलाड़ी के पिछले प्रदर्शन को भी ध्यान में रखना होगा।

अनुभवी खिलाड़ियों को चुना जाना महत्वपूर्ण

पठान से जब पूछा गया कि क्या टी20 विश्व कप के लिए युवा खिलाड़ियों को चुना जाना चाहिए? इस पर उन्होंने कहा कि युवा खिलाड़ी आ सकते हैं, लेकिन टूनर्नामेंट वेस्टइंडीज और यूएसए की धीमी पिचों वाली परिस्थितियों में खेला जा रहा है। इसलिए अनुभवी खिलाड़ियों को चुना जाना महत्वपूर्ण है। यह एक मिथक है कि 2007 में भारत ने एक युवा टीम के साथ विश्व कप जीता था। लेकिन ऐसा नहीं है, हमारे पास अनुभव था। हरभजन सिंह और वरिंद्र सहवाग के पास छह साल का अनुभव था।

2007 के वर्ल्ड कप में 90 प्रतिशत प्लेयर्स के पास 3 से 6 साल का अनुभव था 

मेरे पास चार साल का अनुभव था। महेंद्र सिंह धोनी के पास चार से पांच साल का अनुभव था, उन्होंने 2004 में डेब्यू किया था। टीम के लगभग 90 प्रतिशत प्लेयर्स के पास तीन से छह साल का अनुभव था। फिर हम विश्व कप में गए और हमने ट्रॉफी जीती। बहुत से लोगों ने कहा कि हमने एक युवा टीम के साथ विश्व कप जीता। हां, उम्र के हिसाब से हम युवा थे, लेकिन जब दबाव की स्थिति आती है तो आप हमेशा अनुभव पर भरोसा करते हैं।

-एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh