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सुई में धागा डालने से भी बढ़ती है मैमोरी, ऐसे ही टिप्स के लिए देखें वीडियो

REGIONAL साक्षात्कार

Dayalbagh Educational institute के सहायक प्राध्यापक Dr Arun P sikarwar बता रहे हैं मेमोरी बढ़ाने के टिप्स
Agra (Uttar Pradesh, India)। दयालबाग शिक्षण संस्था (डीईआई) Dayalbagh Educational institute में सहायक प्राध्यापक डॉ. अरुण प्रताप सिंह सिकरवार Dr Arun P sikarwar ने मानव मस्तिष्क Human Brain को लेकर गहन शोध किया है। कई देशों में उनके व्याख्यान होते हैं। वे बताते हैं कि 25 लाख जीबी के बराबर दिमाग की क्षमता होती है। इसका हम पूरा प्रयोग कभी नहीं कर पाते हैं। लाइव स्टोरी टाइम के पाठकों को बता रहे हैं मेमोरो को शार्प कैसे कर सकते हैं। (How to sharp memory)

मानव मस्तिष्क एक सॉफ्टवेयर की तरह है। पढ़ाई लिखाई आदि से विकसित होता है।

जैसे जिम में जाकर शारीरिक शक्ति प्राप्त करते हैं, उसी तरह से मानव मस्तिष्क के लिए भी व्यायाम है।

रुटीन में जो काम करते हैं, उसे बदलना होगा जैसे दायें हाथ से खाना खाते हैं तो बाएँ हाथ से खाएं।

कमरे में आँखें बंद करके यह जानने की कोशिश करें कि कौन सी चीज कहां पर है। बाथरूम में शैम्पू, साबुन, बाल्टी, आदि का पता लगाएं आंखें बंद करके।

जितनी अधिक भाषाएं सीखते हैं, तो दिमाग विकसित होता है। हमें दो या तीन भाषाएं जाननी चाहिए। हर रोज डिक्शनरी देखें।

विद्यार्थी कम से कम दो डिक्शनरी रखें। न्यूजपेपर पढ़ें।

घर से कार्यालय जा रहे हैं तो एक ही रास्ते नहीं, बल्कि मार्ग बदल-बदलकर जाएं।

जंगल जाना, सैर पर जाने से भी दिमाग विकसित होता है।

सुई में धागा ढालने से भी दिमाग विकसित होता है।

न्यूजपेपर और कैलेंडर को उल्टा करके पढ़ें।

घर में टीवी देखते हैं तो उसे म्यूट कर दें और बोलने वाले के इमोशन को समझकर अर्थ निकालें।

 सुबह से शाम तक जो भी करते हैं, उसे याद करें।

छात्र पूरे दिन एक ही विषय न पढ़ें। विषय बदलकर पढ़ें।

महिलाएँ किचन में कोई काम कर रही हैं तो अपने सेंस का प्रयोग करते हुए खाना पकाएं।

गेम खेलें।

लाइब्रेरी में जाएं।

स्वीमिंग सीखें।

नए लोगों से मिलें।

लाइफ को रुटीन बनाएं। नई चीजें सीखें।

नए जॉब करें। यूरोप में एक जॉब पांच-सात साल तक किया जाता है। हमारे यहां की तरह कंफर्ट जोन में नहीं रहता है।