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भागवत कथा के समापन पर वृंदावन के आचार्य पंडित श्री कृष्ण का सम्मान

RELIGION/ CULTURE

भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है, जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं- एस्ट्रोलॉजर पं. प्रमोद गौतम

 

Agra, Uttar Pradesh, India. पंजाबी बाग, दयालबाग आगरा स्थित गौतमेश्वर महादेव मंदिर के तत्वावधान में 29 जनवरी 2023 से आरम्भ हुई सात दिवसीय श्रीमदभागवत कथा का समापन आचार्य पंडित श्री कृष्ण वृन्दावन वासी के निर्देशन में 05 फरवरी को माघ पूर्णिमा को यज्ञ के बाद भंडारे के साथ सम्पूर्ण हुआ। श्रीमदभागवत कथा के आयोजनकर्ता अधिवक्ता भुवनेश गौतम, आयकर विभाग से सेवानिवृत्त ब्रजेश गौतम, उत्तरप्रदेश पावर कारपोरेशन से सेवानिवृत्त डालचंद गौतम ने कथा के समापन पर व्यास गद्दी पर विराजमान आचार्य पंडित श्री कृष्ण वृन्दावन वासी का अभिनन्दन किया।

 

श्रीमद भागवत के समापन पर वैदिक सूत्रम चेयरमैन एस्ट्रोलॉजर पंडित प्रमोद गौतम ने कथावाचक पंडित श्री कृष्ण को दुपट्टा पहनाकर उनका अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है। श्रीमदभागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं। इसके श्रवण मात्र से व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है। व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है।

 

ज्योतिषविद प्रमोद गौतम ने कहा कि संसार परमात्मा की ही सत्ता है। इसके बाद भी मनुष्य मूर्खतावश संसार की वस्तुओं को अपना समझ बैठता है। प्राणीमात्र को चाहिए कि वह परमात्मा की सबसे बड़े सत्ता का अनुभव और चिंतन करते हुए जीवन निर्वहन करें ताकि इस माया रुपी संसार में रहते हुए जीव मोक्ष को प्राप्त हो।

 

Dr. Bhanu Pratap Singh