हाई रिस्क वाले मरीजों की बेहतर देखभाल जरूरी, जुलाई के अंत में मृत्युदर 4.24 प्रतिशत रही

हाई रिस्क वाले मरीजों की बेहतर देखभाल जरूरी, जुलाई के अंत में मृत्युदर 4.24 प्रतिशत रही

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Mathura (Uttar Pradesh, India) मथुरा कोरोना मरीजों की मृत्युदर 4.24 प्रतिशत के साथ जुलाई माह लॉक हुआ। जनपद में 31 जुलाई तक कोरोना मरीजों की संख्या 872 हो गई। जबकि 37 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। इस तरह कोरोना के मरीजों की मृत्यु दर 4.24 हो गई है। यह राष्ट्रीय दर से कहीं ज्यादा और चिंता जनक है।  

प्राईमरी हाईरिस्क के सभी व्यक्तियों की आवश्यक रूप से सैम्पलिंग की जाये
मथुरा में कोरोना के मरीजों की लगातार बढती संख्या के बीच मण्डलायुक्त आगरा मण्डल आगरा अनिल कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार में कोविड-19 के संबंध में बैठक लेते हुए निर्देश दिये कि प्राईमरी हाईरिस्क के सभी व्यक्तियों की आवश्यक रूप से सैम्पलिंग की जाये। उन्होंने कहा कि कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग को और बेहतर करने की जरूरत है। उन्होंने सभी सैम्पलिंगों की रिपोर्ट तत्कालीन मंगाने के लिए निरंतर लैबों से फोन से सम्पर्क करने के निर्देश देते हुए कहा कि कोई रिपोर्ट अधिक दिन तक लम्बित न रहे।

कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के अन्तर्गत 4352 लोगों की सैम्पलिंग की गयी है
श्री कुमार को कोविड-19 के संबंध में जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि जनपद में कुल हॉटस्पॉट क्षेत्र 445 थे, जिसमें से 313 निष्क्रिय हॉटस्पॉट हो गये हैं तथा वर्तमान में 132 सक्रिय हॉटस्पॉट क्षेत्र हैं। उन्होंने बताया कि कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के अन्तर्गत 4352 लोगों की सैम्पलिंग की गयी है। आयुक्त को बताया गया कि मरीजों की संख्या 79 प्रतिशत अर्बन क्षेत्र से है और 21 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्र से हैं। उन्होंने बताया कि जनपद में मरीजों की रिकवरी दर 78 प्रतिशत हो गयी है।

होम क्वांरटाइन किये गये व्यक्तियों से निरंतर सम्पर्क किया जाना चाहिए
आयुक्त ने होम क्वांरटाइन किये लोगों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आशा और एएनएम को होम क्वांरटाइन किये गये व्यक्तियों से निरंतर सम्पर्क किया जाना चाहिए, साथ ही निगरानी समिति होम क्वांरटाइन किये व्यक्तियों पर पैनी नजर रखें, जिससे होम क्वांरटाइन किये गये व्यक्ति घर से बाहर न निकलें। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रीवेन्टिंग एक्शन में अभी और सुधार करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सैम्पलिंग की गति को और बढ़ाया जाये, साथ ही कोविड मरीज के सम्पर्क में आये प्रत्येक व्यक्ति की जांच करायी जाये। उन्होंने हॉटस्पॉट एवं उनके आस-पास के क्षेत्रों में सेनेटाइज कराने, दवा वितरण कराने, प्रत्येक हॉटस्पॉट क्षेत्र में आवश्यक रूप से रजिस्टर रखने के निर्देश दिये।

आईसोलेशन में भर्ती मरीजों से दूरभाष पर वार्ता कर उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी प्राप्त करें
कमिश्नर ने मुख्य विकास अधिकारी नितिन गौड़ को जिम्मेदारी दी कि वह अधिक से अधिक अधिकारी एवं कर्मचारियों से आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करवायें तथा लोगों को भी आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करने के लिए भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि आईसोलेशन में भर्ती मरीजों से दूरभाष पर वार्ता कर उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी प्राप्त करें, साथ ही उनसे होने वाली परेशानियों के संबंध में भी वार्ता करें। उन्होंने पहले की अपेक्षा स्वास्थ्य विभाग द्वारा और अच्छा कार्य करने पर प्रसन्नता जाहिर की।

कन्ट्रोल रूम में 03 और अतिरिक्त टेलीफोन लगाये जा रहे हैं
बैठक में जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र ने अवगत कराया कि हॉटस्पॉट क्षेत्रों में दवाई वितरण की जा रही है। कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए 4 टीमें बनायी गयी हैं। टीमों को निर्देश दिये गये हैं कि हाई रिस्क वाले सभी व्यक्ति को टीम दवा अपने सामने खिलाये। जिलाधिकारी ने बताया कि कन्ट्रोल रूम में 03 और अतिरिक्त टेलीफोन लगाये जा रहे हैं, जिससे कि सम्पर्क करने में जनता को और अधिक सुविधा प्राप्त हो सके।
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर, नगर आयुक्त रविन्द्र कुमार मांदढ, उपाध्यक्ष एमवीडीए नगेन्द्र प्रताप, अपर जिलाधिकारी प्रशासन सतीश कुमार त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ब्रजेश कुमार, नगर मजिस्ट्रेट मनोज कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त आरके मित्तल, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.  संजीव यादव, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजीव गुप्ता, पीडी बलराम सिंह यादव सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।

Dr. Bhanu Pratap Singh

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