दिसंबर 2022 के दौरान वस्तु और सेवा कर यानी जीएसटी का संग्रह 15 फ़ीसदी बढ़कर 1.49 लाख करोड़ रुपया हो गया है.
इसमें सबसे अधिक हिस्सा IGST (78,434 करोड़ रुपये) का रहा, जिसके बाद SGST (33,357 करोड़ रुपये) का योगदान रहा।
इसके साल भर पहले दिसंबर 2021 में जीएसटी संग्रह केवल 1.29 लाख करोड़ रुपये का रहा था. वहीं, नवंबर 2022 में 1.46 लाख करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह हुआ था.
केंद्र सरकार के पत्र और सूचना कार्यालय की ओर से जारी एक प्रेस रिलीज़ में यह जानकारी दी गई है.
इसके साथ ही मौजूदा वित्त वर्ष (2022-23) के शुरुआती 9 महीनों के दौरान कुल जीएसटी संग्रह 13.4 लाख करोड़ रुपये हो गया है.
इस तरह, चालू वित्त वर्ष के अब तक के 9 महीनों में जीएसटी का औसत मासिक संग्रह 1.49 लाख करोड़ रुपये रहा है.
इन 9 महीनों में अप्रैल और अक्टूबर इस मामले में ख़ास रहा है कि इन दोनों महीनों के दौरान जीएसटी का संग्रह 1.5 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक रहा.
अप्रैल 2022 में जीएसटी के पिछले साढ़े पांच साल के इतिहास में सबसे अधिक 1.68 लाख करोड़ रुपए का संग्रह हुआ था.
यही नहीं, पिछले 10 महीनों से लगातार जीएसटी का मासिक संग्रह 1.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है.