दूसरों का जीवन बचाने के लिए खून का कतरा—कतरा अपरचितों के नाम, पढ़िए इंसानियत की सच्ची कहानी

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Firozabad (Uttar Pradesh, India)। आज के दिन को पूरा भारतवर्ष मदर्स डे के रूप में मना रहा है। सुहागनगरी के जोशीले युवा प्रत्येक दिन को मदर्स डे के रूप में मनाते हैं। अपरचितों की जान बचाने के लिए उन्होंने अपने खून का एक—एक कतरा दूसरों के नाम कर दिया है। सुहागनगरी में एक ऐसा कार्य शुरू किया है जिससे अब तक कई माताओं और बच्चों की जान बचाई जा चुकी है।

तत्काल होती है ब्लड की व्यवस्था
फिरोजाबाद में ब्लड की कमी से किसी की जान न जाए इसलिए शहर के युवा समाजसेवी अमित गुप्ता ने अपने साथियों के साथ मिलकर एसए ब्लड डोनेट क्लब का गठन किया। इसका उद्देश्य लोगों की जान बचाने के लिए ब्लड उपलब्ध कराना है। क्लब के गठन के बाद से ही अब तक सैकड़ों लोगों को खून देकर बचाया जा चुका है। इसके लिए पदाधिकारी स्वयं अस्पताल पहुंचकर ब्लड डोनेट करते हैं। इसके लिए संस्था को कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है। इनके इस अभियान से दिन प्रतिदिन लोग जुड़ रहे हैं।

कई माताओं को दिया जीवनदान
इल युवाओं की टोली द्वारा रक्तदान कर कई माताओं को जीवनदान दिया जा चुका है। वहीं कई बेटों को माताओं से मिलाया गया है। कई बार ऐसी स्थिति आई जब खून न मिलने के कारण लोगों की जान पर बन आई, तब इन युवाओं ने अपना खून देकर उनकी जान बचाई। इनके सहयोगियों द्वारा यह कार्य आगरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, हाथरस के अलावा आस—पास के जिले में किया जा रहा है।

इनका रहता है सहयोग
एसए ब्लड डोनेशन क्लब के अध्यक्ष अमित गुप्ता, भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के महासचिव विश्व मोहन कुलश्रेष्ठ, मोहित गुप्ता, धीरज अग्रवाल, राहुल कुमार, मनीष मित्तल, विष्णुकांत गुप्ता, पुनीत गुप्ता, सुमित गुप्ता, रोहित कुमार, श्रीमती लक्ष्मी सिकरवार (राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित), अमित गुप्ता, नीतेश अग्रवाल जैन, हेमंत गुप्ता, रीतेश आर्य, संजय कुशवाह, धीरज अग्रवाल, रोहित सिकरवार, श्याम गुप्ता आदि का इसमें सहयोग रहता है।

Dr. Bhanu Pratap Singh