शिक्षा विभाग कार्यालय में एक बंदर जो केवल महिला कर्मचारियों को ही बनाता था निशाना, शिकायत पर वन विभाग ने पकड़ा – Up18 News

शिक्षा विभाग में महिला प्रेमी बंदर आखिरकार पकड़ा गया

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आगरा: यूं तो शहर की एक बड़ी आबादी बंदरों के आतंक से पीड़ित है, लेकिन शिक्षा विभाग में एक बंदर महिलाओं के लिए मुसीबत बना हुआ है। परेशान महिलाओं ने जिला विद्यालय निरीक्षक से इसकी शिकायत की। उनकी शिकायत पर वन विभाग ने बंदर को पकड़ लिया।

महिला कर्मचारियों का कहना था कि यह बंदर सिर्फ हम लोगों को टारगेट करता था। हमारे पर्स चश्मा छीन ले जाता था। मंगलवार को इस बंदर ने एक महिला कर्मचारी को काट भी लिया। इसके बाद उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक को जानकारी दी। जिला विद्यालय निरीक्षक ने वन विभाग को लेटर लिखकर बंदर को पकड़ने का आग्रह किया।

मामला सदर तहसील के शिक्षा भवन का है। ग्राउंड फ्लोर पर संयुक्त निदेशक तो फर्स्ट फ्लोर पर जिला विद्यालय निरीक्षक ऑफिस है। यहां तीन महिला कर्मचारी हैं। उन्होंने बताया कि यहां पिछले 15 दिन से एक बंदर आ रहा था। वह ऑफिस कैंपस में घूमता था। मगर, उसके बगल से जैसे ही कोई महिला गुजरती, तो आक्रामक हो जाता था। हमारे मोबाइल, चश्मा छीन ले जाता। हालांकि, पुरुषों को यह कुछ भी नहीं कहता था।

क्लर्क सीमा देवी ने बताया कि बंदर से वह बहुत परेशान थीं। जब वह दोपहर में खाना खातीं, तो बंदर आ जाता। उसको खाना दो, तो भी वह गुर्राता है। अब तो ऑफिस में बैठने में भी डर लगता है। हमेशा दरवाजे की ओर नजर रहती है कि कहीं बंदर न आ जाए।

सहायक लिपिक मुन्नी देवी ने बताया कि ऑफिस में दोपहर के समय बंदर आ जाता है। पहले भी कई बार बंदर आते रहे हैं, लेकिन कभी ऐसा नहीं हुआ कि बंदर ने झपट्टा मारा हो। मगर, यह बंदर महिलाओं पर हमला करता था उसने मुझ पर भी हमला किया था। जिससे मेरे में पैर में खरोंच आ गई। मुझे एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाना पड़ा।

कार्यालय के कर्मचारियों ने बताया कि महिला लिपिक के अलावा तीन दिन पहले एक महिला टीचर आई थी। लोगों ने उन्हें कहा कि मैडम बंदर से बचना। यह केवल महिलाओं पर झपटता है, लेकिन मैडम ने बात को हल्के में लिया। थोड़ी देर बाद बंदर आया और महिला टीचर पर झपट पड़ा। बड़ी मुश्किल से उन्होंने अपने आप को बचाया।

आगरा मंडल के जेडी आरपी शर्मा ने बताया कि उनको कर्मचारियों ने बताया था कि कार्यालय में एक बंदर है, जो केवल महिलाओं पर अटैक करता है। उन्हें इस बात पर विश्वास नहीं हुआ था। उन्हें लगा कि ऐसा कैसे हो सकता है। मगर, एक दिन उन्होंने खुद देखा कि बंदर ने महिला पर झपट्टा मारा। इसको देखते हुए उन्होंने नगर निगम में पशु चिकित्साधिकारी से बात की।

 

Dr. Bhanu Pratap Singh