राजकीय सम्मान के साथ हुआ मशहूर गजल गायक पंकज उधास का अंतिम संस्‍कार

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मनोरंजन जगत के जाने-माने दिग्गज सिंगर पंकज उधास का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। 27 फरवरी की शाम 5 बजे वह पंच तत्व में विलीन हो गए। मगर उसके पहले उनके घर पर अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। नम आंखों से हर कोई उन्हें विदाई देने के लिए पहुंचा। सिंगर का पार्थिव शरीर ब्रीच कैंडी अस्पताल से सुबह मुंबई के घर पर लाया गया था। और वहां इंडस्ट्री के तमाम लोग आखिरी बार उनके दर्शन करने पहुंचे थे।

सिंगर पंकज उधास ने 26 फरवरी को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। 72 साल के सिंगर ने 11 बजे के करीब आखिरी सांस ली थी। बेटी नायाब ने बताया था कि वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। दूसरे दिन वर्ली के श्मशान गृह में उनका दाह संस्कार किया गया। उनके पार्थिव शरीर को विद्युत शवदाह गृह में मुखाग्नि दी गई। परिवार और रिश्तेदारों के अलावा, इंडस्ट्री के तमाम लोग उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर पहुंचे थे। सफेद लिबास में लिपटे बॉलीवुड के सितारे और गायक घर के बाहर नजर आए थे।

पंकज उधास को दिया गया राजकीय सम्मान

सिंगर पंकज उधास के भाई मनहर उधास के अलावा, तबला वादक जाकिर हुसैन, बेटी रीवा, शंकर महादेवन समेत अन्य मायूसी के साथ नजर आए। वहीं, उनकी पत्नी भी एकदम बदहवास अवस्था में दिखाई दी थीं। दोनों बेटियों नायाब और रीवा ने उन्हें सहारा दिया था। पद्मश्री से सम्मानित होने के कारण सिंगर को राजकीय सम्मान भी दिया गया था। उनके ही आवास पर उन्हें बैंड-बाजे के साथ सलामी दी गई।

पंकज उधास की पत्नी और बेटियों का हाल बुरा

इस दौरान उनकी बेटी रीवा का रो-रोकर बुरा हाल था। सिर पर से पिता का साया हटने के गम में बेटी रीवा बस अपनी मां को पकड़कर रोए जा रही थीं। वहीं, बड़ी बेटी नायाब दोनों को ढांढस बंधा रही थीं। उन्हें सहारा दे रही थीं।

पंकज उधास के निधन से सभी सदमे में

पंकज उधास ने बॉलीवुड को कई शानदार गजलें दी हैं। उनका जाना इंडस्ट्री के लिए किसी भारी नुकसान से कम नहीं। एक्टर हो या सिंगर, हर किसी से उनका अटूट रिश्ता रहा है। जब मौत की खबर मिली, तो सभी भौचक्के रह गए कि आखिर ऐसा क्यों हुआ। किसी को भी इस बात पर यकीन नहीं हो रहा था।

-एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh