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बाबू जगजीवन राम को ‘भारत रत्न’ न मिलने से दलित समाज खफा

POLITICS

Agra, Uttar Pradesh, India. जाटव समाज उत्थान समिति ने तत्वावधान में होटल पार्क प्लाजा आगरा के सामने पार्क में पूर्व उप-प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की प्रतिमा पर 36 वीं पुण्यतिथि पर पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई। बाबूजी  स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर जीवन की अंतिम सांस तक राष्ट्र की सेवा करने वाले शोषित वर्ग के हितरक्षक रहे। आगरा के महापौर नवीन जैन से बाबूजी की विशाल प्रतिमा लगवाए जाने, माल रोड का नाम बाबू जगजीवन राम रोड करने की मांग की गई।

 

इस अवसर पर बोलते हुए देवकीनंदन सोन ने बताया कि बाबू जगजीवन राम को स्वतंत्रता आंदोलनों में अनेक बार अंग्रेजी हुकूमत ने जेल में बन्द किया लेकिन वे आज़ादी की लड़ाई में कभी पीछे नही रहे। उनकी लोकप्रियता का आलम यह था कि वह बिहार के सासाराम से लगातार 40 वर्षों तक लोकसभा के लिए चुनकर पहुंचे। बाबू जी अपने जीवन काल में कभी भी चुनाव में पराजित नहीं हुए। उनके एक ही लोकसभा से  लगातार विजयी होने का यह विश्व रिकॉर्ड है।

 

सोन ने बताया कि बाबू जी संविधान निर्माता छ: कमेटियों के सदस्य भी रहे। साथ ही केंद्रीय सरकार में श्रम मंत्री, संचार मंत्री, कृषि मंत्री, खाद्य मंत्री, रेल मंत्री, रक्षा मंत्री तथा उप-प्रधानमंत्री भी बने। खेद है कि बाबूजी की राष्ट्र सेवा को नज़रअंदाज़ करते हुए उन्हें अभी तक “भारत-रत्न” से सम्मानित नहीं किया गया।

 

बंगाली बाबू सोनी ने बताया कि भारत सरकार द्वारा बाबू जगजीवन राम राष्ट्रीय प्रतिष्ठान को भी निष्क्रिय कर दिए जाने से शोषित वर्ग की भावनाओं तथा बाबू जी के सम्मान को ठेस पहुँची है।

 

महामंत्री रूपसिंह सोनी ने इस अवसर पर कहा कि स्मार्ट सिटी योजना में इस बाबू जगजीवन राम पार्क का स्वरूप खंडित हो गया है, सोनी ने अतिशीघ्र बाबू जगजीवन राम पार्क का पुनः सौंदर्यीकरण कराए जाने की माँग की है।

 

मीडिया प्रभारी परमजीत सिंह कहा कि वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में  बाबू जी के रक्षा मंत्री काल में पाक के 96000 सैनिकों को बन्दी बनाकर इतिहास रच दिया था। इसलिए दिल्ली के विजय चौक पर बाबू जी की विशाल प्रतिमा भारत सरकार को लगवानी चाहिए, तथा आगरा के माल रोड का नाम बदलकर बाबू जगजीवन राम मार्ग किए जाने की माँग की।

 

श्रद्धांजलि सभा में कार्यक्रम की अध्यक्षता  पूज्य भन्ते डॉ. भिखु अमर ज्योति ने की।  महेन्द्र सिंह, सुरेंद्र कुमार डेनियल, विनोद आनंद, इंस्पेक्टर विजय बहादुर सिंह, बच्चू सिंह, प्रमोदकुमार, भोलू सिंह, मुंशी लाल कैन, दिनेश सागर, सूरजभान, एड. वी.आर. सावेदिया, चौ. निरंजन सिंह, इंजी. मानिक चन्द, तुलसी प्रसाद, लज्जा राम, अनिल सोनी  आदि लोग उपस्थित रहे।

 

Dr. Bhanu Pratap Singh