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बधाई हो बधाई, अब मशीन करेगी सड़कों की सफाई, धूल नहीं उड़ेगी भाई

NATIONAL PRESS RELEASE REGIONAL RELIGION/ CULTURE

Agra, Uttar Pradesh, India. शहर में विकास कार्यों को कराकर आगरा शहर की सूरत बदलने में जुटे महापौर नवीन जैन शहर के पर्यावरण को लेकर भी काफी चिंतित हैं। इसीलिए तो उन्होंने पौधारोपण अभियान के तहत पूरे शहर के डिवाइडर और सड़कों के किनारे हजारों की संख्या में वृक्षारोपण कराया। अब वायु प्रदूषण को खत्म करने के लिए शहर की सड़कों की सफाई अब अत्याधुनिक मशीनों से शुरू कराने की कवायद की है।

वायु प्रदूषण को कम करने के लिए महापौर नवीन जैन के नेतृत्व में नगर निगम की ओर से अत्याधुनिक मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनों को सड़कों पर उतारा गया है। गुरुवार को सेंट जोंस चौराहा एमजी रोड पर इन अत्याधुनिक रोड स्वीपिंग मशीनों का शुभारंभ महापौर नवीन जैन ने किया। महापौर नवीन जैन ने हरी झंडी दिखाकर मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनों को रवाना किया। इन अत्याधुनिक मशीनों के शुभारंभ के दौरान एक डेमो का भी प्रदर्शन किया गया जिसमें दिखाया गया कि किस तरह से यह रोड स्वीपिंग मशीन वायु प्रदूषण को कम करते हुए शहर की सड़कों और फुटपाथ की सफाई करेगी।

रोड स्वीपिंग मशीन का पूरा नाम ट्रक माउंटेड मैकेनिकल रोड स्वीपिंग है। नगर निगम द्वारा वायु प्रदूषण को कम करते हुए बेहतर सफाई व्यवस्था के लिए उतारी गई मैनुअल रोड स्वीपिंग मशीन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। रोड स्वीपिंग मशीन में 1800 लीटर का वाटर टैंक है और दोनों और वॉटर स्प्रिंकलर और ब्रूस लगे हुए हैं। वॉटर स्प्रिंकलर से छिड़काव होता रहेगा तो वही ब्रूस से दोनों ओर सड़कों की सफाई होती रहेगी। पहले से ही छिड़काव होने से सफाई के दौरान धूल भी नहीं उड़ेगी। रोड स्वीपिंग मशीन में 6.5 घन मीटर छमता का डस्ट टैंक लगा हुआ है जिसमें मशीन द्वारा एकत्रित सभी प्रकार का कूड़ा एकत्रित हो जाएगा। मैनुअल रोड स्वीपिंग मशीन में BS-6 इंजन है जो PM-10 और PM- 25 सर्टिफाइड है। रोड स्वीपिंग मशीन 1 घंटे में 5 रनिंग किलोमीटर अथवा 17500 वर्ग मीटर क्षेत्र में सफाई कर सकती है।


PM-10:-  पीएम 10 को पर्टिकुलेट मैटर (Particulate Matter) कहते हैं। इन कणों का साइज 10 माइक्रोमीटर या उससे कम व्यास होता है। इसमें धूल, गर्दा और धातु के सूक्ष्म कण शामिल होते हैं। पीएम 10 और पीएम 2.5 धूल, कंस्‍ट्रक्‍शन और कूड़ा व पराली जलाने से ज्यादा बढ़ता है।

PM-2.5:- पीएम 2.5 हवा में घुलने वाला छोटा पदार्थ है। इन कणों का व्यास 2.5 माइक्रोमीटर या उससे कम होता है. पीएम 2.5 का स्तर ज्यादा होने पर ही धुंध बढ़ती है. विजिबिलिटी का स्तर भी गिर जाता है।

PM-10 और PM-2.5 के वायु में बढ़ने से लोगों को सांस लेने में, आंखें, नाक और गले में जलन, छाती में खिंचाव होता है तो वही फेंफड़े सही से काम नहीं करते, इससे गंभीर श्वसन रोग अनियमित दिल की धड़कन का खतरा बढ़ जाता है।

गुरुवार से सड़कों की सफाई के लिए उतारी गई ट्रक माउंटेड मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीन की कार्य रूपरेखा भी तैयार कर ली गई है। यह मशीन सुबह 7:00 बजे से 11:00 बजे तक और 6:30 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक कार्य करेगी।

पहली ट्रक माउंटेड मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीन प्रतिदिन भगवान टॉकीज चौराहे से पूरा एमजी रोड होते हुए प्रतापपुरा चौराहे तक सड़क के दोनों ओर, डिवाइडर,एवं साइट पटरी पर सफाई करेगी। दूसरी मशीन प्रतिदिन सिकंदरा चौराहा से बोदला मारुति एस्टेट चौराहे तक, मारुति स्टेट से कोठी मीना बाजार तक और फिर कोठी मीना बाजार से पंचकुइयां चौराहे तक सफाई करेगी।

महापौर नवीन जैन ने बताया कि बढते वायु प्रदूषण को लेकर वो काफी चिंतित है जिसे रोकने के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। निगम द्वारा सड़को व फुटपाथ पर सफाई कर्मचारी द्वारा मैनुअल( झाड़ू) सफाई कराई जा रही थी इससे धूल के कण हवा में मिल जाते थे और वायु दूषित हो रही थी। इसे अब रोक दिया गया है। सड़को की सफाई अत्याधुनिक मशीनों से की जाएगी जिसकी पहल आज से की गई है।


महापौर नवीन जैन ने बताया कि प्रत्येक मशीन की लागत लगभग 75 लाख रुपये है।
शहर को स्वच्छ बनाने की दिशा में जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा जिसकी शुरुआत अप्रैल माह से की जायेगी। सभी को पर्यावरण को स्वच्छ बनाने व उसके दुष्परिणामों से सचेत किया जाएगा। इस दौरान महापौर नवीन जैन ने शहरवासियों से अपील की कि वो भी शहर के पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए आगे आयें, अधिक से अधिक पौधारोपण करें तो वही रेड लाइट के दौरान खड़े रहने पर अपने वाहनों को बंद कर दें जिससे धुंआ न निकले।

नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि आज 2 मैकेनिकल स्वीपर मशीन का शुभारंभ किया गया है। शहर के वातावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए एक्यूआई का जो मानक तय है, उसी के अनुरूप हम बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे। शहर की सड़कों को साफ करने के लिए रूट तय किया गया है उसी के हिसाब से यह मशीन चलेंगी। मॉनिटरिंग के लिए गाड़ियों में जीपीएस लगाए गए हैं ताकि हम यह देख सकें कि काम सुचारू रूप से चल रहा है या नहीं। इस मौके पर अपर नगर आयुक्त के बी सिंह, मुख्य अभियंता विद्युत संजय कटियार, प्रभारी कर्मशाला राजीव राठी आदि मौजूद रहे।