जैन साध्वी वैराग्य निधि महाराज

जैन साध्वी वैराग्य निधि महाराज का चातुर्मास पूर्ण, आगरा से राजस्थान रवाना

RELIGION/ CULTURE

आगरा से 11 किलोमीटर दूर मिढ़ाकर तक पैदल गए

वैराग्य निधि के नाम पर मार्ग का लोकार्पण किया गया

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Agra, Uttar Pradesh, India.  जैन दादाबाड़ी स्थित 24 जिनालय में भगवान महावीर स्वामी के प्रथम गणधर और केवल्य ज्ञान प्राप्त करने वाले गौतम स्वामी की भव्य पूजा की गई। यह पूजा वैराग्य निधि महाराज ने विधि-विधान से कराई। श्रद्धालुओं ने पूरी श्रद्धा के साथ पूजा में भाग लिया। राजकुमार जैन परिवार, विनय वागचर, ललित वागचर और मनीष वागचर परिवार गौतम स्वामी पूजा के लाभार्थी रहे।

दादाबाड़ी और दादा साहब मंदिर की जोड़ने वाले मार्ग का नाम वैराग्य निधि मार्ग रखा गया। फीता खोलकर इसका शुभारंभ साध्वी महाराज की उपस्थिति में किया गया। श्री संघ अध्यक्ष राजकुमार जैन ने कहा कि वैराग्य निधि महाराज साहब का चातुर्मास हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले गया है। चातुर्मास समिति के संयोजक सुनील कुमार जैन ने बताया कि यह मार्ग साध्वी महाराज के चातुर्मास की स्मृति सदैव दिलाता रहेगा। वैराग्य निधि महाराज ने श्री वर्धमान महावीर स्वामी जैन मंदिर की गुफा का अवलोकन किया। इसकी खोज का श्रेय सुनील कुमार जैन को जाता है।

इसके साथ ही परमविदुषी साध्वी वैराग्य निधि महाराज साहब, साध्वी जयणा श्री जी महाराज साहब, साध्वी श्री ऋजुमना श्री जी महाराज साहब ऋजुमना श्री जी का चातुर्मास पूर्ण हो गया। जैन दादाबाड़ी से वे राजस्थान की ओर विहार कर गईं। इस दौरान माहौल भावुक हो गया। श्रावक और श्राविकाएं रोने लगे। आग्रह किया कि अगला चातुर्मास आगरा में ही करना। श्रद्धा और भक्ति के साथ नमन किया। यहां से 11 किलोमीटर दूर मिढ़ाकुर तक छोड़ने गए। वैराग्य निधि महाराज ने आगरा के चातुर्मास को टॉप का बताया। उन्होंने मिच्छामि दुक्कड़म कहकर सभी क्षमायाचना की। जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्री संघ ने भी क्षमा मांगी। श्रावकों ने अश्रु बहाते हुए साध्वी महाराज को यहां से विदा किया।

गौतम स्वामी
जैन दादाबाड़ी स्थित 24 जिनालय जैन दादाबाड़ी में गौतम स्वामी की पूजा करते श्रद्धालु।

साध्वीजी ने कहा, गुरु कृपा से बहुत से चातुर्मास हुए पर जो प्रेम, आत्मीयता और शुभकामनाओं का बौछार आगरा श्री संघ ने की, उसे कभी भी नहीं भूल पाएंगे। उम्र में छोटे हैं तो बहुत सी गलतियां कर जाते हैं और उनसे सीखते हैं। पूरा प्रयास होगा कि वे गलतियां दोबार न हों। साध्वी ऋजुमना श्री जी ने कहा- हमने आगरा में अ से अरिहंत और आ से आत्मा सीखा है। ये अ और आ आपके और हमारे जीवन में आए। जयणा श्रीजी महाराज ने धर्म आराधना में आगे बढ़ते रहने का आह्वान किया। दुष्यंत जैन ने कहा कि महाराज साहब की विदाई में उपस्थित लोगों की संख्या चातुर्मास की सफलता का प्रमाण है। सुशील जैन ने कहा कि मोक्ष मिलने तक आपका नाम हमारी आत्मा पर अंकित रहेगा। रीटा ललवानी ने याद करते रहने की प्रार्थना की। साध्वी जी ने अंत में कहा- चलते-चलते ये मेरे गीत याद रखना कभी अलविदा न कहना।

 

इस मौके पर कमलचंद जैन, बिजेन्द्र लोढ़ा, प्रेम, प्रमोद, आयुष, सचिन ललवानी, कमल चंद जैन, विजय, विवेक सेठिया, ध्रुव जैन, पंकज लोढ़ा, रोबिन जैन,  निशांत वैद, दीपक धारीवाल, निखिल जैन, विमल जैन, विपिन जैन, शरद चौरड़िया, अजय चौरड़िया, अंकित पाटनी, शिल्पा जैन आदि मौजूद थे।

vairagya nidhi
जैन दादाबाड़ी में वैराग्य निधि मार्ग का लोकार्पण किया गया।

मंगलवार को चिंतामणि पार्श्वनाथ श्वेतांबर जैन मंदिर रोशन मोहल्ला के वीर विजय सूरी उपाश्रय में वैराग्यनिधि जी महाराज साहब आदि ठाणा 3 का विदाई समरोह हुआ। यहीं पर साध्वी जी का चतुर्मास प्रवेश हुआ था। इस अवसर पर साध्वी वैराग्य निधि महाराज ने कहा कि जैन साधु साध्वी के जीवन में संघ के श्रावक श्राविका माता पिता के रूप में होते हैं क्योंकि सांसारिक माता पिता को हम सदैव के लिए छोड़ चुके होते हैं।

 

साध्वी जी ने बताया कि संघ के श्रावक श्राविका को यदि साधु साध्वी या भगवान से कोई शिकायत है तो किस प्रकार रखनी चाहिए। उन्होंने संघ के उज्जवल भविष्य की कामना की और अब तक का अपने जीवन का सर्वश्रेष्ठ चातुर्मास बताया। मीडिया जगत को भी धन्यवाद देते हुए जिनवाणी को अधिक से अधिक प्रसारित करने के लिए अनुमोदना की।

वैराग्य निधि महाराज की विदाई
चातुर्मास पूर्ण करने के बाद जैन दादाबाड़ी से वैराग्य निधि महाराज की विदाई हुई तो श्रद्धालु इस तरह रोने लगे।

जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक श्री संघ अध्यक्ष राजकुमार जैन ने वैराग्य वाणी को जन जन तक पहुंचाने के लिए प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की अनुमोदना की। साध्वी भगवान से संघ और अपनी ओर से हुई गलतियों के लिए क्षमा याचना की।  कहा कि आप हमारी गलतियों को हमारी झोली में ही छोड़ जाइए और हमारी अच्छाइयों अपने मन मस्तिष्क में लेकर जाइए। उन्होंने कहा कि 16 नवंबर को जैन दादाबाड़ी शाहगंज में प्रातः 9:00 से 11:00 तक साध्वी जी का विधिवत विदाई समारोह होगा। अपराहन एक बजे राजस्थान की ओर विहार कर जाएगी।

 

जैन श्वेतांबर महिला मंडल ने भजन के माध्यम से अपने विचार रखे। राजेंद्र सुरी महिला मंडल ने नृत्य के साथ साध्वी मंडल के गुणों का व्याख्यान किया। संचालन दुष्यंत जैन ने किया। केके कोठारी, विमल जैन, अंकित पाटनी, विपिन जैन, गौरव ललवानी, कविता जैन, चंद्रकला जैन, रीना दूगड, सुमन ललवानी, पारुल सिंघल ने भी विचार प्रकट किए।

 

साध्वी मंडल ने मुख्य अतिथि मानवेंद्र जी के साथ आमजन के लिए आरओ वाटर कूलर प्याऊ का मंगलाचरण के साथ शुभारंभ भी किया। लाभार्थी लोढा परिवार ने यह सेवा अपने पूज्य संतोष चद जी, महेंद्र लोढ़ा की स्मृति में की है। साध्वी जी के चातुर्मास की स्मृति में मंदिर जी के स्टाफ को सर्दी के बचाव हेतु दीपेश सेठिया के माध्यम से  कंबल वितरण किया गया।

Dr. Bhanu Pratap Singh