Mathura (Uttar Pradesh, India)। मथुरा। बेसिक शिक्षा विभाग में साजिशों का दौर जारी है। प्रदेशभर में शिक्षा विभाग को हिला कर रख देने वाले शिक्षण भर्ती भर्जीवाडे का खुलासा मथुरा से हुआ था। इस पूरे प्रकरण में एसआईटी और दूसरी एजेंसियों की जांच में बीएसए कार्यालय की भूमिका कई बार संदिग्ध मिली थी। नियुक्ति प्रमाण पत्रों की रिवीसिंग, डिस्पैचिंग से लेकर दूसरी तमाम सजिश यहां मिली थीं। अब नया कारनामा सामने आया है।
शैक्षिक दस्तावेज गायब होने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है
बीएसए कार्यालय से 150 शिक्षकों के शैक्षिक दस्तावेज गायब हो गए हैं, इस संबंध में बीएसए ने कोतवाली में तहरीर दी है, शैक्षिक दस्तावेज गायब होने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है, शिक्षकों के बीच यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।
शिक्षकों को सूचित कर दिया गया है वह अपने मूल प्रमाणपत्रों के साथ दोबारा से कार्यालय में संपर्क करें
इस सिलसिले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर ने कोतवाली में तहरीर दी है। बीएसए ने बताया कि प्रार्थनापत्र हाइवे थाने में दिया गया था वहां से कोतवाली में तहरीर देने के लिए कहा गया। एक तहरीर कोतवाली में भी दी गई है। बीएसए के मुताबिक करीब 150 शिक्षकों के बीटीसी के लास्ट सेमिस्टर के सार्टिफिकेट नहीं हैं। टैट के भी नहीं है, यह गायब हो गये हैं। अभिलेख प्राप्त करने और लिस्ट तैयार करने के लिए चार टीमों का गठन किया गया है। हालांकि अधिकारी अभी यह बताने की स्थिति में नहीं है कि ये अभिलेख कब गायब हुए और किस अवधि तक अभिलेख कार्यालय में मौजूद थे। अभिलेखों की जांच के लिए चार टीम लगाई गयी हैं। विभागीय लोगों का कहना है कि हो सकता है कि जांच के दौरान और अभिलेख भी गायब मिलें। यह लिस्ट तैयार करने के दौरान सामने आयेगा। तहरीर देने के साथ ही शिक्षकों को भी सूचित कर दिया गया है कि वह अपने मूल प्रमाणपत्रों के साथ दोबारा से कार्यालय में संपर्क करेंगे।