अमरनाथ यात्रा के लंगरों में फ्राइड फूड और जंक फूड पर बैन

अमरनाथ यात्रा के लंगरों में फ्राइड फूड और जंक फूड पर बैन

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2 साल बाद शुरू होने जा रही अमरनाथ यात्रा के दौरान लंगरों में फ्राइड फूड, जंक फूड, स्वीट डिश, चिप्स, समोसे जैसी चीजें नहीं मिलेंगी। ऐसी दर्जनों चीजें बैन कर दी गई हैं। श्राइन बोर्ड ने सभी लंगर कमेटियों को पत्र लिखा है कि यात्रियों को हरी सब्जियां, सलाद, मक्के की रोटी, सादी दाल, लो फैट दूध और दही जैसी पौष्टिक चीजें ही दी जाएं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय पर लिए गए इस फैसले में बताया गया है कि हेल्दी फूड यात्रियों की सेहत ठीक रखेगा। उनका एनर्जी लेवल ठीक रहेगा, जिससे यात्रा में परेशानी नहीं होगी।
श्री अमरनाथ गुफा के रास्ते में लगातार मौसम बदल रहा है, दो दिन से बर्फबारी जारी है। ऐसे में यात्रा शुरू करने में देरी भी हो सकती है। श्राइन बोर्ड ने 7 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद जताई है। 2019 में कुल 3.5 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे।
इन पर पाबंदी
वैसे तो मांसाहार, शराब, तंबाकू और गुटखा पर पाबंदी रहती ही है लेकिन इस बार पुलाव, फ्राइड राइस, पूरी, भटूरा, पिज्जा, बर्गर, तले पराठे, डोसा, तली हुई रोटी, ब्रेड बटर, अचार, चटनी, पापड़, नूडल्स, कोल्ड ड्रिंक, हलवा, जलेबी, चिप्स, मठ्ठी, नमकीन, मिक्सचर, पकोड़ा, समोसा और हर तरह की डीप फ्राइड चीजें नहीं मिलेंगी।
120 संस्थाएं लगाएंगी लंगर
देशभर से 120 समाजसेवी संस्थाएं यात्रा मार्ग पर लंगर लगाएंगी। ये लंगर बालटाल कैंप, बालटाल-डोमेल के बीच, डोमेल, रेलपत्री, बरारीमार्ग, संगम, नुनवान, चंदनवाड़ी, चंदनवाड़ी-पिस्सूटॉप के बीच, पिस्सूटॉप, जोजीबल, नागाकोटी, शेषनाग, वावबल, पोषपत्री, केलनार, पंचतरणी व पवित्र गुफा के पास लगेंगे।
2022 की अमरनाथ यात्रा 30 जून से 11 अगस्त तक चलेगी। सभी श्रद्धालुओं को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
13 साल से कम और 75 वर्ष से अधिक और 6 हफ्ते से ज्यादा की प्रेग्नेंट महिला को यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी।
श्राइन बोर्ड ने पहलगाम और बालटाल दोनों यात्रा मार्गों पर प्रतिदिन 10 हजार श्रद्धालुओं की संख्या तय करने पर सहमति दी है, इनमें हेलिकॉप्टर से यात्रा करने वालों की संख्या शामिल नहीं होगी।
इस बार फ्री बैट्री व्हीकल सुविधा का विस्तार बालटाल से डोमेल के 2 किलोमीटर लंबे यात्रा मार्ग पर करने का फैसला किया गया है।
अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए सुरक्षाबलों की 250 कंपनियों के करीब 1 लाख जवानों को तैनात करने की योजना है। इसमें CRPF के जवान प्रमुख होंगे।
एक अनुमान के मुताबिक इस बार की अमरनाथ यात्रा में 10 लाख से अधिक श्रद्धालु शामिल हो सकते हैं।
अमरनाथ यात्रा शुरू करने के बाद इन 10 बातों का रखें ध्यान
महिलाओं के लिए साड़ी पहनना सुविधाजनक नहीं होगा, वे सलवार-कमीज, पैंट-शर्ट या फिर ट्रैक सूट पहनकर यात्रा करें।
चप्पल पहनकर अमरनाथ ट्रैकिंग बिल्कुल न करें। रास्ते फिसलन भरे होते हैं इसलिए फीते वाले ट्रैकिंग शूज का इस्तेमाल करें।
आपका सामान लेकर चल रहे कुली के आसपास ही रहें, जिससे किसी चीज की जरूरत होने पर तुरंत उसे बैग से निकाल सकें।
पहलगाम और बालटाल से आगे की यात्रा में अपने साथ एक वाटरप्रूफ बैग में एक्स्ट्रा कपड़े और खाने की चीजें रखें। भीगने पर इनका इस्तेमाल किया जा सकता है।
पानी की बोतल, कुछ स्नैक्स जैसे- भुने चने, ड्राय फ्रूटस, टॉफी, चॉकलेट आदि जरूर लेकर चलें।
सनबर्न से बचने के लिए अपने पास कोई भी मॉइश्चराइजर क्रीम और वैसलीन लेकर चलें।
आप गुम न हो जाएं, इसके लिए कभी भी अकेले न चलें और हमेशा साथी यात्रियों के साथ रहें।
इमरजेंसी को देखते हुए अपनी जेब में हमेशा अपना नाम, पता और घर का फोन नंबर लिखकर रखें। किसी साथी के साथ या ग्रुप में जा रहे हैं तो उनका भी फोन नंबर लिखकर रखें।
बेस कैम्प से निकलते वक्त आपका कोई साथी खो गया है तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें और व्यक्ति के खो जाने की घोषणा करवा दें।
किसी शॉर्टकट रास्ते से यात्रा पूरी करने की कोशिश न करें। ऐसा करना खतरनाक हो सकता है।
-एजेंसियां

Dr. Bhanu Pratap Singh