एक अलग कॉन्सेप्ट और गंभीर विषय पर फिल्म लेकर आ रहे हैं आयुष्मान खुराना

एक अलग कॉन्सेप्ट और गंभीर विषय पर फिल्म लेकर आ रहे हैं आयुष्मान खुराना

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भारत को आजाद हुए 75 साल हो गए हैं लेकिन आज भी वो बाते कांटे की तरह चुभती हैं जब देश की स्वतंत्रता के समय कुछ ‘सो कॉल्ड’ बुद्धिजीवियों ने कहा था कि ये देश कुछ ही समय में बिखर जाएगा क्योंकि ये देश कई भाषाएं, धर्मों और विविधताओं से भरा हुआ है। भारत आर्थिक और सामाजिक रूप से इतना सशक्त नहीं था कि वह इन्हें लेकर एक साथ आगे बढ़े। इसी वजह से लोगों को लग रहा था कि हिंदुस्तान चंद सालों में बिखर जाएगा लेकिन हमारी एकता और अखंडता पूरे विश्व के लिए मिसाल बन गई। अब इस बीच एक ऐसी फिल्म आ रही है जो देश के अहम मकसद और उसकी ताकत को फिर से याद दिलाती है। बॉलीवुड में लीक से हटकर काम करने के लिए मशहूर अभिनेता आयुष्मान खुराना अलग कॉन्सेप्ट और एक गंभीर विषय पर अपनी नई फिल्म ‘अनेक’ लेकर आए हैं।
फिल्म ‘अनेक’ (Anek) का ट्रेलर 5 मई 2022 (आज) को रिलीज हो गया है। इस ट्रेलर को देखकर दो बातें कतई साफ होती हैं। पहली ये कि आयुष्मान खुराना पर्दे पर पहली बार एक्शन करते नजर आएंगे। और दूसरी यह कि वह नॉर्थ ईस्ट के राजनीतिक उठा-पठक पर फिल्म लेकर आए हैं। यह फिल्म भारत की 7 सिस्टर्स कहे जाने वाले राज्यों की कहानी और उनके दर्द को बयां करती है। ‘थप्पड़’, ‘मुल्क’ और ‘आर्टिकल 15’ जैसी फिल्में बनाने वाले निर्देशक अनुभव सिन्हा ने जिस मर्म और राष्ट्रीय भावना से इस फिल्म को लिखा और बनाया है वो ट्रेलर से ही बयां हो जाता है। जब आप ‘अनेक’ के ट्रेलर को देखेंगे तो 5 ऐसे सवाल मन में जरूर कुलबुलाएंगे जो चीख-चीख कर हर हिंदुस्तानियों से जवाब पूछ रहे हैं।
‘अनेक’ की ताकत क्या है?
‘अनेक’ ट्रेलर के 27वें सैकेंड में एक लड़की को थप्पड़ मारता दिखाया जाता है। उसका रंग, रूप और बोली थोड़ी सी अलग है। आंखे छोटी हैं और रंग साफ है इसीलिए उसे नेपाली और चाइनीज कहकर थप्पड़ जड़ दिया जाता है। वास्तव में ये तमाचा इस लड़की को नहीं बल्कि बकवास सोच और नस्लीय टिप्पणी करने वाले आम भारतीयों पर है। खैर ‘अनेक’ के ट्रेलर में ये सिर्फ 4 सैकेंड का एक सीन है। इस तरह के कई सवाल हैं जो ये फिल्म बार बार सोचने और दिमाग पर जोर डालने पर मजबूर कर देती है।
इंडियन कौन है… ये कैसे तय होगा?
”इंडिया इंडिया इंडिया… ये सुनने में कितना अच्छा लगता है। मैं इसी इंडिया की सुरक्षा के लिए काम करता हूं नॉर्थ ईस्ट इंडिया में…वही नॉर्थ ईस्ट मतलब बंगाल के पूर्वी साइड वाला इंडिया…. ये मिशन है टाइगर सांगा और भारतीय सरकार के बीच शांति समझौता करवाने में मदद करना।” ये ट्रेलर की शुरुआत में एक डायलॉग है जो अनेक में आयुष्मान खुराना का परिचय और इस फिल्म का सार बताती है। फिल्म में नॉर्थ ईस्ट इंडिया के राजनीतिक कॉन्फिलिक्ट के साथ-साथ भारत की विविधताओं, सांस्कृतिक व भौगोलिक चुनौतियों पर भी जोर दिया गया है। ट्रेलर में एक मजबूत डायलॉग है, जब आयुष्मान खुराना कहते हैं.. इंडियन कौन हैं.. ये कैसे डिसाइड होता है ? क्या हिंदी डिसाइड करती है कि आप नॉर्थ इंडिया से हैं…? कैसे तय होता है कि आप साउथ से, वेस्ट से, नॉर्थ ईस्ट से या कहां से हैं.. आखिर कैसे तय होता है कि कौन है हिंदुस्तानी?
क्या शांति किसी को चाहिए ही नहीं?
देश में हर कोई ख़ुद को जाति, धर्म और क्षेत्रीयता (उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम) के आधार पर भी बांट रहा है। यहां तक की लोग राज्यों के आधार पर भी एक दूसरे से अलग मानते हैं। अक्सर इन विषयों से जुड़े विवाद भी सामने आते हैं। आख़िर यह सब चलेगा तो सवाल उठना लाज़िमी है कि क्या इस देश में किसी को शांति चाहिए भी या नहीं? फिल्म ‘अनेक’ में भी इस सवाल को प्रमुखता से उठाया गया है। आयुष्मान खुराना का एक डायलॉग भी है, ‘कहीं ऐसा तो नहीं कि पीस (शांति) किसी को चाहिए ही नहीं, वरना इतने सालों से ये छोटी सी प्रॉब्लम सुलझी क्यों नहीं होती?’
जीतेगा कौन?
जब बात ही विवाद की हो रही है तो ये सवाल भी उठता है कि आखिर इसमें जीत किसकी होगी? ये लड़ाई आखिर किसकी और किससे है? कौन है जो हमें ही आपस में लड़वा रहा है? इसी सवाल के साथ अनेक का ट्रेलर खत्म होता है जिसमें नायक पूछता है, जीतेगा कौन..? फिर एक वॉाइस ओवर में इसका जवाब भी सुनाई देता है.. ‘हिंदुस्तान’। शायद ये यही हम सभी देशवासियों की आवाज है।
क्या आपको तो नहीं लगता है न कि त्रिपुरा मिजोरम की राजधानी है?
अनेक के ट्रेलर में एक दृश्य है। जहां नॉर्थ ईस्ट के स्कूल में एक टीचर भारत के नक्शे को लिए आयुष्मान खुराना से सवाल करता है। ”कितने लोग हैं जो यहां (पूर्वोत्तर) के बारे में जानते और समझते हैं। एक राजनेता ने अपने बयान में कहा था कि त्रिपुरा मिजोरम की कैपिटल है? क्या उन्हें ये ही नहीं पता कि ये दो अलग-अलग राज्य हैं।’ ये सुनते ही अंडर कवर ऑफिसर की भूमिका में आयुष्मान हक्का-बक्का रह जाते हैं।
-एजेंसियां

Dr. Bhanu Pratap Singh