ऑस्ट्रेलिया ने यूक्रेन से अपने दूतावास कर्मियों को बाहर निकालने का निर्णय लिया

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यूक्रेन और रूस के बीच गहराते संकट को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया ने यूक्रेन में अपने दूतावास के अधिकारियों और कर्मचारियों को वहाँ से निकालने का फ़ैसला किया है. कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों को रोमानिया और पोलैंड भेजा गया है. विदेश मंत्री मैरिस पायन ने बयान जारी करके इस बात की जानकारी दी. यूक्रेन में ऑस्ट्रेलियाई दूतावास और वहाँ का कामकाज फ़िलहाल बंद है.
यूक्रेन छोड़ने की कोशिश कर रहे ऑस्ट्रेलियाई लोगों की मदद के लिए कर्मचारियों को रोमानिया भेजा गया है.
वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पुष्टि की है कि सुरक्षा कारणों के मद्देनज़र, यूक्रेन में मौजूद शेष राजनयिकों को पोलैंड के लुव्यो जाने के लिए कहा गया है. उन्होंने पुष्टि करते हुए कहा कि ये राजनयिक रात पौलैंड में बिताएंगे.
एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि उनका जाना स्थायी नहीं है वे यूक्रेन में अपने काम को आगे भी जारी रखने के लिए और आपातकालीन कॉन्सुलर सर्विसेज़ के लिए नियमित तौर पर लौटते रहेंगे.
अमेरिका ने शेष राजनयिकों को यूक्रेन से पोलैंड भेजा
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पुष्टि की है कि सुरक्षा कारणों के मद्देनज़र, यूक्रेन में मौजूद शेष राजनयिकों को पोलैंड के लुव्यो जाने के लिए कहा गया है. उन्होंने पुष्टि करते हुए कहा कि ये राजनयिक रात पौलैंड में बिताएंगे.
एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि उनका जाना स्थायी नहीं है वे यूक्रेन में अपने काम को आगे भी जारी रखने के लिए और आपातकालीन कॉन्सुलर सर्विसेज़ के लिए नियमित तौर पर लौटते रहेंगे.
अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक ने कहा कि यूक्रेन के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता सिर्फ़ किसी स्थान विशेष तक ही सीमित नहीं है. हालांकि राजनयिकों को लेकर अमेरिका पहले से भी क़दम उठा रहा था.
अमरीका के साथ ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और नीदरलैंड्स ने भी अपने-अपने नागरिकों को जल्द से जल्द यूक्रेन छोड़ देने को कहा था.
-एजेंसियां

Dr. Bhanu Pratap Singh