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पावना ग्रुप के एमडी स्वप्निल जैन की हत्या का प्रयास, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष का बेटा जेल भेजा, देखें वीडियो

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Aligarh, Uttar Pradesh, India. प्रमुख उद्योगपति पावना ग्रुप के प्रबंध निदेशक व दिल्ली पब्लिक स्कूल अलीगढ़  (डीपीएस) के पीवीसी स्वनिप्ल जैन के काफिले पर बीते शनिवार (9 जनवरी, 2021) की देर रात जानलेवा हमला हुआ। उनकी हत्या का प्रयास हुआ। उनका भाग्य था कि बच गए। पुलिस ने इस मामले में जिला पंचायत सदस्य दीपक चौधरी को लक्ष्मीबाई मार्ग जापान हाउस अलीगढ़ स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया। इसकी थार गाड़ी (यूपी 81 सीपी 1111) भी जब्त कर ली है। सोमवार को दीपक चौधरी को जेल भेज दिया। दीपक पर पिछले साल क्वार्सी थाने में मारपीट व धमकाने का मुकदमा दर्ज हुआ था। 2019 में भी सिविल लाइन थाने में फर्जीवाड़े के दो मुकदमे दर्ज हैं। शेष आरियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।

कैसे हुई शुरुआत

आगरा रोड पर रहने वाले प्रमुख उद्योगपति स्वप्निल जैन व दीपक के बीच नौ जनवरी, 2021 की रात्रि में सेंटर प्वाइंट पर पार्किंग को लेकर विवाद हुआ था। मौके पर आए पुलिस वालों ने मामला शांत करा दिया। इसके बाद हमलावरों ने सात किलोमीटर दूर जाकर मडराक क्षेत्र में नगला मंदिर के पास उद्योगपति पर जानलेवा हमला किया। हमलावरों ने उद्योगपति की गाड़ी को पीछे से टक्कर मारने की कोशिश की। फिर गाड़ी को घुमाकर कार में सामने से टक्कर मारी। किसी तरह सुरक्षा गार्ड उन्हें बचाकर ले गए। हमलावरों ने निजी सुरक्षा गार्डो की कार को भी टक्कर मारी। दोनों कारों को क्षतिग्रस्त किया। मडराक थाने में दीपक चौधरी, उसके भाई कार्तिक चौधरी के अलावा शोहराज व एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने 10 जनवरी, 2021 को ही दीपक को जापान हाउस स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया था।

ऐसे किया जान लेने का प्रयास

थाना मडराक में रिपोर्ट दर्ज कराने वाले कंपनी के प्रशासनिक प्रमुख राजीव कुमार ने नौ जनवरी, 2021 को हुई घटना के बारे में बताया कि वे स्टेट बैंक चौराहे से सेंटर प्वाइंट आ रहे थे। कार उद्योगपति चला रहे थे। क्वालिटी रेस्टोरेंट से पहले ब्रेकर पर विदेशी कार का निचला हिस्सा टच न हो, इसके लिए उद्योगपित ने कार की गति धीमी कर ली। इसी बीच सामने से थार गाड़ी आकर रुकी। इसमें पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष तेजवीर सिंह गुड्डू के बेटे जिपं सदस्य दीपक चौधरी, कार्तिक  चौधरी के अलावा अन्य लोग थे। उद्योगपति ने सुरक्षाकíमयों से उतरकर थार को पीछे करने को कहा, तभी नोकझोंक हो गई। थार सवारों में से एक शख्स उद्योगपति को जानता था तो उसने कार निकलवा दी। अन्य लोग सुरक्षार्मियों से बदतमीजी करने लगे। सुरक्षाकर्मी का कॉलर खींच लिया। सुरक्षाकर्मी ने उद्योगपति को फोन पर जानकारी दी। इसी बीच चौराहे पर खड़े पुलिसकर्मी आ गए और विवाद को निपटा दिया।

हनुमान मंदिर के निकट टक्कर मारी

उद्योगपति रामघाट रोड होते हुए सासनीगेट स्थित अपने हेड ऑफिस पहुंचे। पाच-सात मिनट रुकने के बाद यहां से घर के लिए चल दिए। आगरा रोड पर रूसा अस्पताल से थोड़ा आगे हनुमान मंदिर पर पहुंचे ही थे कि उद्योगपति को सुरक्षाकर्मियों का फोन आई। बताया कि थार सवार पीछा करते आ गए हैं। तेज रफ्तार में हैं। आप अपनी कार को बचाएं। उद्योगपति ने जैसे तैसे कार को साइड में करके बचाया। उद्योगपति अपनी कार को रिवर्स करने लगे, तभी यू-टर्न लेकर आई थार ने आगे से टक्कर मार दी। यहीं से पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद है।

सीसीटीवी में घटनाक्रम कैद

5:16 मिनट के फुटेज में इतना भयानक मंजर दिख रहा है कि रोंगटे खड़े हो जाएं। थार सवार लोगों ने उतरकर कार पर हमला किया। सुरक्षाकर्मी उद्योगपति को सुरक्षित निकालकर पास में ही रेत के टीले के पीछे ले गए। एक मिनट बाद चालक ने उद्योगपति की कार को निकालना चाहा, तभी थार ने टक्कर मार दी। कार को बुरी तरह घसीटा। दो मिनट तक हमलावरों ने सड़क पर ही उद्योगपति पक्ष के लोगों को तलाशा। कुछ देर में फिर लौट आए और सुरक्षाकर्मियों की कार में तोड़फोड़ की। उद्योगपति का फोन कार में रह गया था। हमले के बाद चालक कार लेकर घर पहुंचा तो उद्योगपति के नंबर पर कुछ फोन आए। एक हमलावर ने फोन पर भी उद्योगपति से गालीगलौज की। धमकी भी दी।

गुड्डू की फर्जी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई

सिविल लाइन थाने में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष तेजवीर सिंह गुड्डू ने भी तहरीर देकर आरोप लगाया था कि सेंटर प्वाइंट पर बेटे पर गाड़ी चढ़ाई और दोस्त का सिर फोड़ दिया। पुलिस नेजांच की तो आरोप गलत पाए गए और इसी कारण रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई।