-15 वर्ष में तय किये एक लाख चालीस हजार साठ मुकदमे
- अयोध्या के राम मंदिर विवाद फैसले में भी थे शामिल
Prayagraj (Uttar Pradesh, India)। इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल एशिया के सबसे अधिक मुकदमे तय करने वाले न्यायाधीश बन गये हैं। 23 अप्रैल, 2020 को सेवा अवकाश लेने तक न्यायमूर्ति अग्रवाल ने एक लाख चालीस हजार साठ मुकदमे तय कर कीर्तिमान स्थापित किया। बृहस्पतिवार को उन्हें मुख्य न्यायाधीश गोविन्द माथुर की अध्यक्षता में फुलकोर्ट फेयरवेल में भावभीनी विदाई दी गयी।
फिरोजाबाद में हुआ जन्म
न्यायमूर्ति अग्रवाल ने अयोध्या राम जन्म भूमि विवाद, ज्योतिषपीठ शंकराचार्य विवाद, प्राइमरी स्कूलों की दशा सुधारने के लिए नेताओं व ब्यूरोक्रेट के बच्चों को इन स्कूलों में पढ़ाना अनिवार्य करने, प्रदर्शन के दौरान संपत्ति की भरपाई करने , शंकरगढ रियासत से 45 गावों को मुक्त करने, एडेड अल्पसंख्यक विद्यालयों में लिखित परीक्षा से अध्यापक भर्ती प्रक्रिया वैध करार देने जैसे कई महत्वपूर्ण फैसले दिये। न्यायमूर्ति अग्रवाल का जन्म फीरोजाबाद में हुआ।
सेवा अवकाश किया ग्रहण
इलाहाबाद उच्च न्यायालय में राज्य सरकार के अपर महाधिवक्ता रहे। 5 अक्तूबर 2005 को न्यायमूर्ति बने। 10अगस्त 2007 को स्थायी न्यायमूर्ति बने और 23 अप्रैल 2020 को सेवा अवकाश ग्रहण किया।
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