ChatGPT की डेवलपर कंपनी ओपन एआई के खिलाफ अमेरिका ने शुरू की जांच – Up18 News

ChatGPT की डेवलपर कंपनी ओपन एआई के खिलाफ अमेरिका ने शुरू की जांच

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वाश‍िंगटन। चैटजीपीटी की डेवलपर कंपनी ओपनएआई के खिलाफ अमेरिका के संघीय व्यापार आयोग (federal trade commission) ने उपभोक्ता संरक्षण नियमों के उल्लंघन और गलत सूचनाएं देने के मामले में जांच शुरू कर दी है। ओपनएआई ने पिछले साल कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) पर आधारित मॉडल चैटजीपीटी को पेश किया था। उसके बाद से ही यह चैटबोट लगातार लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।

हालांकि इस दौरान चैटजीपीटी पर जारी कुछ सूचनाओं को लेकर सवाल भी उठे हैं। इस बीच एफटीसी ने चैटजीपीटी की निर्माता कंपनी ओपनएआई को 20 पृष्ठों का एक नोटिस भेजकर कई मुद्दों पर जवाब देने को कहा है।

ओपनएआई के संस्थापक सैम आल्टमैन ने क‍िया ट्वीट, अमेरिकी कांग्रेस के सामने पहले ही पेशी

जांच शुरू होने की रिपोर्ट सामने आने पर ओपनएआई के संस्थापक सैम आल्टमैन ने एक ट्वीट में अपनी निराशा जाहिर की। उन्होंने कहा कि इस कदम से भरोसा पैदा करने में मदद नहीं मिलेगी लेकिन कंपनी व्यापार आयोग के साथ मिलकर काम करेगी। आल्टमैन ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि प्रौद्योगिकी सुरक्षित एवं उपभोक्ताओं की हितैषी हो और हमें यकीन है कि हम कानून का पालन करते हैं। हम उपयोगकर्ता की गोपनीयता की रक्षा करते हैं और अपनी प्रणाली को दुनिया के बारे में जानने के लिए बनाते हैं, न कि निजी व्यक्तियों के बारे में।’’ इसके पहले मई में आल्टमैन अमेरिकी कांग्रेस के समक्ष पेश हो चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने यूरोपीय देशों एवं भारत की भी यात्राएं कर एआई पर नियमन की वकालत की है। दरअसल चैटजीपीटी एवं कुछ अन्य एआई समाधानों के तेजी से बढ़ते इस्तेमाल और उनके संभावित खतरों को लेकर लगातार आवाजें उठती रही हैं।

निजता की सुरक्षा को लेकर विस्तृत जानकारी मांगी गई  

इस नोटिस में एआई प्रौद्योगिकी, उत्पादों, उपभोक्ताओं, निजता की सुरक्षा के उपायों और डेटा सुरक्षा प्रावधानों के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी गई है। एफटीसी के प्रवक्ता ने बृहस्पतिवार को ओपनएआई के खिलाफ जांच शुरू होने पर कोई टिप्पणी नहीं की।

अमेरिकी समाचारपत्र ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, एफटीसी यह जांच कर रहा है कि ओपनएआई कहीं निजता या डेटा सुरक्षा के अनुचित या भ्रामक तौर-तरीकों या उपभोक्ताओं के हितों को नुकसान पहुंचाने वाले तरीके तो नहीं अपना रहा है।

Dr. Bhanu Pratap Singh