Agra, Uttar Pradesh, India. समाजवादी पार्टी के संरक्षक, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, भारत के रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर पूर्व कुलपति और राधास्वामी मत के आचार्य दादाजी महाराज, कुलपति प्रो. केएस राना ने अखिलेश यादव को पत्र लिखे हैं। शिक्षाविद डॉ. देवी सिंह नरवार ने श्रद्धांजलि के साथ एक संस्मरण भी ताजा किया है। उल्लेखनीय है कि मुलायम सिंह यादव का निधन 10 अक्टूबर, 2022 को हो गया था। अंतिम संस्कार 11 अक्टूबर को पैतृक गांव सैफई में किया गया।
पूर्व कुलपति और राधास्वामी मत के आचार्य दादाजी महाराज ने क्या लिखा
राधास्वामी सत्संग के अध्यक्ष आगरा विश्वविद्यालय के दो बार कुलपति रहे प्रो. अगम प्रसाद माथुर (दादाजी महाराज) ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र भेजकर श्रद्धांजलि प्रकट की है। उन्होंने लिखा है- आपके पूज्य पिताजी और पूरे देश के नेता जी मुलायम सिंह यादव के निधन पर राधास्वामी मत की ओर से गहरा शोक प्रकट करता हूं। श्री मुलायम सिंह यादव जी ने राजनीति में रहते हुए शुचिता, समाजवाद और समाजसेवा के लिए मानदंड स्थापित किए। श्री मुलायम सिंह यादव की सबसे बड़ी खूबी यह थी कि वे सर्वसुलभ थे और अपने पुराने सहयोगियों को कभी भूले नहीं। इसी कारण वह हर किसी में लोकप्रिय थे। श्री मुलायम सिंह यादव भारत के रक्षा मंत्री रहे, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे और मृत्यु पर्यंत संरक्षक की भूमिका में रहे, इसके बाद भी अभिमान छू तक नहीं गया था। मुलायम सिंह यादव ने समाजवाद को सदैव आगे बढ़ाया। उनका निधन राजनीति और सर्व समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप उनके बताए मार्ग पर चलकर समाज का कल्याण करेंगे।
कुलपति प्रो. कृष्ण शेखर राना
कुलपति प्रो. कृष्ण शेखर राना ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को श्रद्धांजलि पत्र भेजा है, जिसमें नेताजी के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने लिखा है- आदरणीय नेताजी और आपके प्यारे पिता जी के निधन का समाचार मिलने से अत्यंत दु:ख हुआ। वह उच्च सम्मान के नेता थे, जिनका पार्टी लाइनों के बावजूद हर कोई सम्मान करता था। वह समाजवादी आंदोलन के प्रतीक थे और अपनी प्रतिष्ठा के कारण उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा और लोकसभा के लिए कई बार चुने गए थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के रूप में भी कार्य किया। वे एक महान सांसद और एक प्रतिष्ठित प्रशासक थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों, दलितों और पिछड़े समुदायों की सेवा के लिए समर्पित कर दिया। नेताजी का निधन मेरे लिए भी व्यक्तिगत क्षति है क्योंकि मैं यूथ विंग का प्रदेश अध्यक्ष था, जब वे यूपी में नेता विपक्ष थे चौ. चरण सिंह जी केंद्रीय नेतृत्व में। वह श्री राजेंद्र चौधरी के साथ कई आंदोलनों में मेरे साथ रहे थे। मैं महान आत्मा के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। भगवान कृष्ण आप सभी परिवार के सदस्यों को साहस और धैर्य के साथ बड़ी क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
डॉ. देवी सिंह नरवार का संस्मरण
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उ0प्र0 की प्रदेश कार्यसमिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. देवी सिंह नरवार ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धाजंलि अर्पित की है। अपने संस्मरण को ताजा करते हुए बताया है कि राजकीय इण्टर कॉलेज, आगरा के पी0टी0ए0 के अध्यक्ष के नाते 13 दिसम्बर, सन् 1993 को मैंने प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव से उनके लखनऊ स्थित आवास पर मुलाकात की थी। तब मुलायम सिंह यादव ने कहा था-‘‘नकल अध्यादेश वापस लेकर हमने शिक्षकों का सम्मान बहाल किया है।’’ज्ञात हो प्रदेश की भाजपा सरकार ने वर्ष 1992 में सार्वजनिक परीक्षाओं में नकल को संज्ञेय अपराध घोषित कर दण्डनीय बनाया था। मुलायम सिंह यादव खुद शिक्षक रहे थे, इसलिये वे शिक्षकों के दर्द को भलीभांति समझते थे। सच्चे अर्थों में मुलायम सिंह यादव शिक्षकों व छात्रों के हितैषी थे। उन्होंने यू0पी0 बोर्ड की वर्ष 1994 की परीक्षाओं में स्वकेन्द्र परीक्षा प्रणाली लागू की और कक्षा-9 में ‘‘सपुस्तकीय परीक्षा’’ की व्यवस्था की थी।