सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अशोक गहलोत का यू टर्न, बोले- कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ने जा रहा – Up18 News

सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अशोक गहलोत का यू टर्न, बोले- कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ने जा रहा

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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि वो कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ने जा रहे। उनका कहना है कि ऐसे माहौल में उनका चुनाव लड़ने का मन नहीं है और वो नैतिक तौर पर अपने फैसले को सही मानते हैं। राजस्थान के सीएम पद पर बने रहने के सवाल पर उनका कहना था कि इसका फैसला सोनिया गांधी को करना है। अशोक गहलोत की आज सोनिया गांधी से मुलाकात हुई थी।

अशोक गहलोत का कहना है कि वो कोच्चि में राहुल गांधी से मिले थे। उनसे कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ने का अनुरोध भी किया था। लेकिन जब उन्होंने स्वीकार नहीं किया तो मैंने कहा कि मैं चुनाव लड़ूंगा लेकिन अब राजस्थान के सियासी ड्रामे के बाद मैंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।

सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अशोक गहलोत का कहना है कि एक लाइन का प्रस्ताव हमारी परंपरा है, लेकिन उन्हें ये भी नहीं करने दिया गया। ऐसी स्थिति बन गई कि ऐसा नहीं हो सका, ये मेरी नैतिक जिम्मेदारी थी लेकिन सीएम होने के बाद भी वो ऐसा नहीं कर सके।

अशोक गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से बातचीत की। दो दिन पहले जो कुछ भी हुआ, उसने हमें झकझोर कर रख दिया। इसने संदेश दिया कि यह सब हुआ, क्योंकि मैं सीएम बनना चाहता था। मैंने उससे माफ़ी मांग ली है।”

वहीं राजस्थान में मुख्यमंत्री के सवाल पर भी पत्रकारों ने अशोक गहलोत से सवाल पूछा कि वह सीएम बने रहेंगे या नहीं? इस सवाल के जवाब में अशोक गहलोत ने कहा कि मैं यह तय नहीं करूंगा, यह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तय करेंगी।

शशि थरूर से मिले दिग्विजय सिंह

वहीं कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए दिग्विजय सिंह ने नामांकन फॉर्म ले लिया है और वह कल नामांकन भरेंगे। बता दें कि शशि थरूर ने भी नामांकन फॉर्म लिया है। वहीं दिग्विजय सिंह ने नामांकन फॉर्म लेने के बाद शशि थरूर से उनके घर जाके मुलाकात की। इस मुलाकात को लेकर शशि थरूर ने ट्वीट किया।

शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए लिखा, “आज दोपहर दिग्विजय सिंह मिलने के लिए आए। मैं पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए उनकी उम्मीदवारी का स्वागत करता हूं। हम दोनों इस बात पर सहमत हैं कि हमारी लड़ाई प्रतिद्वंद्वियों के बीच नहीं, बल्कि सहयोगियों के बीच एक दोस्ताना मुकाबला है। हम दोनों केवल इतना चाहते हैं कि कोई भी जीते, जीत कांग्रेस की होगी।”

-एजेंसी