garbh sanskar

स्वस्थ, सुंदर, मेधावी, तेजस्वी, सौभाग्यशाली, धनवान, विद्वान, निर्दोष, दीर्घायु, निर्भय, आनंदमय एवं दिव्य संतान प्राप्ति का एक ही उपाय

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Agra, Uttar Pradesh, India. आगरा विकास प्राधिकरण, श्री अरबिंदो सोसायटी (आगरा शाखा), आईएमए और आगरा ऑब्स एंड गाइनिक सोसाइटी ने संयुक्त रूप से नेक पहल करते हुए जनहित में शुक्रवार शाम सूरसदन में अभिमन्यु गर्भ संस्कार कार्यशाला का आयोजन किया।

मां का सकारात्मक होना आवश्यक

अभिमन्यु गर्भ संस्कार के संस्थापक व संचालक मनोज बुब और प्रिंस सरोज कुमार (पुणे) ने संयुक्त रूप से कार्यशाला को संबोधित करते हुए बताया कि गर्भ संस्कार, गर्भ में शिशु को माँ द्वारा जीवन जीने की कला का प्रशिक्षण है जो माँ के अंतर्मन से शिशु के अंतर्मन में स्थापित होता है। उन्होंने कहा कि माँ की प्रत्येक कल्पना, प्रत्येक विचार और प्रत्येक कृत्य का गर्भस्थ शिशु पर गहरा प्रभाव पड़ता है। अतः माँ का गर्भावस्था में सजग और सकारात्मक रहना बहुत आवश्यक है।

जरूरी है गर्भ संस्कार

आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि हमारी ऋषि परंपरा के अनुसार प्रत्येक बच्चा पूरे जीवन काल का 80 प्रतिशत माँ के गर्भ में सीखता है। ज्यों ही बीज रूप में शिशु गर्भ में आरोपित होता है, उसकी चेतना काम करने लगती है। दिव्य शिशु के जन्म के लिए गर्भाधान और गर्भ संस्कार बेहद जरूरी है।

भारत विश्व गुरु बनेगा

श्री अरबिंदो सोसायटी (आगरा शाखा) की चेयरपर्सन डॉ. सुनीता गर्ग ने कहा कि स्वस्थ, सुंदर, मेधावी, तेजस्वी, सौभाग्यशाली, धनवान, विद्वान, निर्दोष, दीर्घायु, निर्भय, आनंदमय एवं दिव्य संतान प्राप्ति के लिए गर्भ संस्कार आवश्यक है। उन्होंने कहा कि गर्भ संस्कार से हिंदुस्तान में ऐसी पीढ़ी पैदा होगी जो पूरे विश्व का नेतृत्व करेगी और तभी भारत विश्व गुरु बनेगा।

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ये रहे उपस्थित

इस दौरान आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. डीवी शर्मा, आगरा ऑब्स एंड गायनिक सोसाइटी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनुपम गुप्ता के साथ अविनाश पांडे, राकेश गर्ग, मुकेश जैन, मीता जैन, प्रशांत जैन, सुधीर नारायण, घनश्याम देवांगन, संजय गोयल और फिल्म डायरेक्टर नारायण सिंह चौहान भी प्रमुख रूप से मौजूद रहे। कार्यशाला का संचालन सुशील सरित ने किया।

 

Dr. Bhanu Pratap Singh