फिल्म दसवीं के एक डायलॉग को लेकर सरकारी कर्मचारियों के निशाने पर अभिषेक

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बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन सोशल मीडिया पर अपनी फिल्म दसवीं के एक डायलॉग को लेकर चर्चा में हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अभिषेक बच्चन अपनी हाल में रिलीज हुई मूवी में सरकारी कर्मचारियों के वर्क कल्चर को लेकर विवादित बयान दिया है। अभिषेक फिल्म में कहते दिख रहे हैं ‘अपना इकलौता ऐसा देश है जहां सरकार आदमी काम ना करने के लिए तनख्वाह लेता है।’ अभिषेक बच्चन के इस डायलॉग का वीडियो काफी वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने अभिषेक बच्चन पर सरकारी कर्मचारियों का अपमान करने और उनके खिलाफ दुष्प्रचार करने के आरोप लगाए हैं।
कभी सरकारी कर्मचारी बनकर देखो
एक यूजर ने लिखा कभी सरकारी कर्मचारी बनके देखो, तब हकीकत पता चलेगी। काम करते 12-12 घण्टे एक साधारण सी कुर्सी पर बैठे निकल जाते हैं। न खाना खाने का ध्यान रहता, न पानी पीने का और न सूसू जाने का। सरकारी कर्मचारी की बेइज्जती करना बहुत आसान है, मान्यवर! भगवान आपको भी सरकारी कर्मचारी बनाये, जयहिंद! एक अन्य यूजर ने लिखा कि भाई ऐसा दुष्प्रचार फ़िल्मों के द्वारा क्यों कर रहे हो? इसकी निंदा की जानी चाहिए। कोरोना काल में आपकी सेवा करने वाले और जान की बाज़ी लगाने वाले सभी सरकारी कर्मचारी ही थे। प्राइवेट वालों ने तो दरवाज़े बंद कर लिए थे। यह निंदनीय है।
सरकारी नौकरी के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ती है, पता है?
एक यूजर ने लिखा बकवास बंद करो, आपको क्या पता सरकार जॉब के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ी है। जॉब लगने के बाद भी काम करके प्रमोशन के लिए पढ़ाई करो। वेज रिवीजन भी टाइम पे नहीं मिलता। ऊपर से आप जैसे लोग सरदर्द करते वो अलग। एक यूजर @SKAYPILLAI ने लिखा भाई…जहां आपको सारी सुविधाएं मिलती हैं…वही नौकरी क्यों नहीं कर लेते। इतनी मेहनत करके सरकारी ही क्यों?
कुमार विश्वास की भी लगाई क्लास
अभिषेक ने जो डायलॉग बोला है, उसे कुमार विश्वास ने लिखा है। इस पर लोगों ने कुमार विश्वास को भी नहीं छोड़ा। एक यूजर ने लिखा यह गलत है। ऐसा नहीं होता किसी भी डिपार्टमेंट में। यह एक धारणा है और पूरी तरह से गलत है। भारत एक कल्याणकारी राज्य है और सभी नीतियां सरकारी कर्मचारियों के जरिये लागू कराई जाती है। कुमार विश्वास ने इसके लिए बहुत कम रिसर्च किया है। एक अन्य यूजर ने कुमार विश्वास पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए लिखा कि यहां कवि अपने नौकरी वाले दिनों को याद करके आह्लादित हो रहा है।
-एजेंसियां

Dr. Bhanu Pratap Singh