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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. मस्जिद नहर वाली सिकंदरा के इमाम मुहम्मद इक़बाल ने आज जुमा के ख़ुत्बा में पहलगाम के हादसे का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि इस्लाम की तालीम ये है कि किसी एक बेगुनाह को मारना, पूरी इंसानियत को मारने के बराबर है, और कश्मीर के पहलगाम में 27 से ज़्यादा इंसानों को मारा गया है, जबकि उनका कोई क़सूर नहीं था, वो तो अपने घरों से अपने बच्चों के साथ घूमने निकले थे। क्या क़सूर था उनका जो उनको गोलियों का निशाना बनाया?
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने भी इस काम को अंजाम दिया है, वो अल्लाह के यहाँ मुजरिम क़रार पाएँगे। जब से पहलगाम का हादसा सामने आया है, मैं ज़ाती तौर पर बेहद सदमे से दो-चार हूँ। बहुत तकलीफ़ वाली बात है। आप ज़रा उन ख़ानदानों के बारे में सोचें जिनके लोग इस हादसे में अपनी जान से गए हैं, उन पर क्या बीत रही होगी? हम उन तमाम लोगों के ख़ानदानों के ग़म में शामिल हैं जिनके रिश्तेदार इस हादसे का शिकार हुए हैं। पूरा देश उनके साथ है। जो ज़ख़्मी हैं उनके लिए दुआ करते हैं कि वो जल्द से जल्द स्वस्थ हों।
मुहम्मद इकबाल ने कहा कि एक सौ चालीस करोड़ लोग इस आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं। मैं पूरे देश से अपील करता हूँ कि इस नाज़ुक समय में कोई आपस में मतभेद न करें, एक साथ होने का सबूत पेश करें। तभी हम सब मिलकर ऐसे हमलों का मुक़ाबला कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि मैं अपनी तरफ़ से, आप सब की तरफ़ से और पूरे देश की तरफ़ से एक बार फिर उन तमाम ख़ानदानों को यक़ीन दिलाता हूँ कि हम सब इस दुख की घड़ी में उनके साथ हैं। अल्लाह से दुआ करते हैं कि हमारे मुल्क में और पूरी दुनिया में शांति का माहौल पैदा हो। आमीन।