मथुरा : मथुरा में रविवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां गोविंद नगर इलाके में 8 से अधिक मकान अचानक भरभराकर गिर गए। इसमें 12 से ज्यादा लोग दब गए। हादसे के बाद मोहल्ले में भगदड़ मच गई। लोगों को समझ ही नहीं आ रहा था कि क्या हुआ। आसपास के लोगों की सूचना पर नगर निगम, प्रशासन और दमकल की टीम पहुंच गई है। रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।
सूचना मिलने पर पुलिस, नगर निगम, प्रशासन और दमकल की टीम मौके पर पहुंची हैं। रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। मृतकों की पहचान तोताराम (38), दो सगी बहनें यशोदा (6) और काव्या (3) के तौर पर हुई है।
सभी मकान जो ढहे हैं, वो मिट्टी के टीले पर बने हुए थे। लोगों ने बताया कि यहां बाड़े (खुली भूमी) में JCB से खुदाई चल रही थी। तभी अचानक मिट्टी धसकी और एक के बाद एक सभी मकान मलबे में तब्दील हो गए।
लोगों ने बताया कि जब हादसा हुआ तो ऐसा लगा कि भूकंप आ गया हो। लोगों को भागने तक का मौका नहीं मिला।
बता दें यह सभी मकान एक मिट्टी के टीले पर बने हुए थे। अचानक मिट्टी धसक गई। इसके बाद एकाएक मकान भरभराकर गिरते चले गए। ज्यादातर मकानों की छत और दीवारें टूट गईं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ऐसा लगा जैसा भूकंप आ गया हो।
पलभर में एक के बाद एक 8 मकान गिर गए। अंदर के लोगों को बाहर भागने तक का वक्त नहीं मिला। अभी मलबे में कितने लोग दबे हैं, इसका सही आंकड़ा सामने नहीं आया है। अफसरों का कहना है कि फिलहाल मलबा हटाया जा रहा है। जो घर गिर गए हैं, उनके परिवारों में मिसिंग लोगों के बारे में पूछा जा रहा है। हादसा, दोपहर 12 बजे के करीब हुआ। ऐसे में ज्यादातर लोग घरों में ही थे।
मृतक तोताराम के पिता बजरंग लाल सैनी ने बताया- सुनील चेन के बाड़े में जेसीबी से मिट्टी की खुदाई हो रही थी। तभी मकान सभी मकान गिरे हैं। इसमें मेरा बेटा तोताराम दब गया है। उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है। जबकि मेरी दो बेटियां और दबी हैं। मेरा तो सब कुछ खत्म हो गया।
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया- थाना गोविंदनगर में मसानी क्षेत्र में कच्ची सड़क पर यहां एक मकान टीले पर बना हुआ था। आज सुबह उस मकान के गिरने की सूचना मिली। यहां राहत-बचाव कार्य करवाया जा रहा है। हमारी फायर सर्विसेज की यूनिट यहां पर रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही हैं।
एक व्यक्ति को अभी निकाला गया है। उसको हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। उसकी स्थिति स्टेबल है। उन्हें बेहतर से बेहतर उपचार दिया जा रहा है। NDRF और SDRF की टीमें मौके पर पहुंच रही हैं। पहले हमारी प्राथमिकता घायलों को बचाना है। इसके बाद मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।