पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की केयरटेकर सरकार ने 9 और 10 मई को हुई हिंसा पर सख्त रुख अपना लिया है। बुधवार को इन्फॉर्मेशन मिनिस्टर आमिर मीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- इमरान खान के जमान पार्क वाले घर में 40 आतंकी मौजूद हैं। अगर खान ने 24 घंटे में इन्हें पुलिस के हवाले नहीं किया तो एक्शन के लिए तैयार रहें।
मीर के इस बयान के फौरन बाद पैरामिलिट्री फोर्स (पाकिस्तानी रेंजर्स) ने खान के घर को चारों तरफ से घेर लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- फौज भी ऑपरेशन के लिए तैयार है। 18 मार्च को जब पुलिस खान को गिरफ्तार करने यहां गई थी, तब उस पर जबरदस्त हमले हुए थे। पेट्रोल बमों के अलावा फायरिंग की गई थी। 63 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
इस बीच इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने एक बार इमरान पर रहमदिली दिखाई। बुधवार को उनकी प्रोटेक्टिव बेल 31 मई तक के लिए बढ़ा दी गई। हालांकि, नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने खान को 18 मई को पूछताछ के लिए बुलाया है। खान को NAB ने ही 9 मई को अल कादिर ट्रस्ट केस में गिरफ्तार किया था।
सरकार के पास खुफिया रिपोर्ट मौजूद
पंजाब सरकार में मंत्री आमिर मीर ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कहा कि हमारे पास तमाम टेक्निकल और इंटेलिजेंस एविडेंस मौजूद हैं। हम 9 मई से ही खान के जमान पार्क वाले घर में हो रही हरकतों पर नजर रख रहे थे। इसके लिए स्पेशल इक्युपमेंट्स इस्तेमाल किए गए।
आमिर ने आगे कहा, उनके घर में 40 दहशतगर्द मौजूद हैं। खान के पास इन्हें पुलिस के हवाले करने के लिए सिर्फ 24 घंटे हैं। ये वो लोग हैं जिन्होंने आर्मी कोर कमांडर के घर पर हमला किया था। इन्हीं लोगों ने सिक्योरिटी फोर्सेज पर पेट्रोल बम फेंक और फायरिंग की। ये वही लोग हैं जिन्होंने आर्मी हेडक्वॉर्टर पर अटैक किया।
केयरटेकर गवर्नमेंट के इस मंत्री ने कहा कि उम्मीद करते हैं कि खान 24 घंटे में इन तमाम लोगों को पुलिस और सिक्योरिटी फोर्सेज के हवाले कर देंगे। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हमारी टीमें एक्शन के लिए तैयार हैं।
फौज ने कहा, माकूल जवाब देंगे
मंगलवार को फौज के कोर कमांडर्स और फिर नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की मीटिंग हुई। हिंसा और अपने अफसरों के घर हमले पर फौज ने कहा कि हमले प्लान्ड और साजिश के तहत हो रहे हैं। फौज को गद्दार बताया जा रहा है। हमने गुनहगारों की पहचान कर ली है। अब उन्हें माकूल जवाब दिया जाएगा। ये जरूरी है क्योंकि कुछ लोग सिविल वॉर चाहते हैं। इस्लामाबाद में रेड अलर्ट है।
क्या है अल-कादिर ट्रस्ट केस
सरकार के मुताबिक खान जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने लैंड माफिया मलिक रियाज को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाया। लंदन में उसके 40 अरब जब्त कराए। बाद में ये पैसा ब्रिटेन सरकार ने पाकिस्तान को सौंप दिया। इमरान ने यह जानकारी कैबिनेट को भी नहीं दी।
इसके बाद इमरान ने अल कादिर ट्रस्ट बनाया। इसने अल कादिर मजहबी तालीम देने के लिए अल कादिर यूनिवर्सिटी बनाई। इसके लिए अरबों रुपए की जमीन मलिक रियाज ने दी। बुशरा बीबी को डायमंड रिंग भी गिफ्ट की। बदले में रियाज के तमाम केस खत्म कर दिए गए। उसे करोड़ों रुपए के सरकारी ठेके भी मिले।
होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने कहा कि 60 अरब रुपए की चपत सरकारी खजाने को लगी। 13 महीने में एक बार भी इमरान या बुशरा पूछताछ के लिए नहीं आए। 4 साल बाद भी इस यूनिवर्सिटी में 32 स्टूडेंट्स ही हैं।
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