आगरा में महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव में जयपुर फुट ने बदली युवक की किस्मत, बैसाखी छोड़ अपने पैरों पर खड़ा होकर मुस्कुराया

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आगरा विकास मंच सेवा की अद्भुत मिसाल पेश कर रहा

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat.

वो लड़का चुपचाप एक कोने में खड़ा था। हाथ में पुरानी बैसाखी थी। आंखों में लाचारी, चेहरे पर थकान और मन में टूटी उम्मीदों का बोझ था।

कुछ साल पहले एक हादसे ने उसका सबकुछ छीन लिया था। ट्रेन की पटरी पर छूट गया था उसका एक पैर… और शायद जिंदगी भी।

वो लड़का तब से एक पैर के सहारे जी रहा था। सिर्फ 5000 रुपये की नौकरी। न ठीक से चल सकता था, न दौड़ सकता था, न सपने देख सकता था।

लेकिन उस दिन… उस पल… उसकी किस्मत करवट लेने वाली थी।

सेवा का अद्भुत उदाहरण

भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर और आगरा विकास मंच द्वारा आयोजित महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव का पहला दिन उसके लिए किसी चमत्कार से कम नहीं था।

नितिन अग्रवाल की नजर उस पर पड़ी। उसे दिव्यांग सहायता केंद्र लाया गया। जयपुर फुट लगाया गया।

और फिर…

जिसके कदम सालों से कांपते थे, वो अब अपने पैरों पर सीधा खड़ा था। बिना बैसाखी… बिना सहारे।

उसके चेहरे पर एक अजीब सुकून था। आंखों में खुशी के आंसू थे। ऐसा लग रहा था मानो कोई खोया हुआ बच्चा फिर से अपनी मां की गोद में लौट आया हो।

मानवता की सच्ची पूजा

महोत्सव के दौरान ट्राई स्कूटर, व्हीलचेयर और रोजगार सामग्री का वितरण भी हुआ। लेकिन सबसे बड़ा संदेश यही था — सेवा ही सच्चा धर्म है।


संपादकीय टिप्पणी :

आज की दुनिया में जहां स्वार्थ और दिखावे की चमक है, वहीं यह दृश्य आत्मा को झकझोर देने वाला था।

वो लड़का हमें सिखा गया कि उम्मीद कभी नहीं मरती। और समाज को ये सिखा गया कि असली पूजा मंदिरों में नहीं, बल्कि किसी गिरते इंसान को थाम लेने में है।

भगवान महावीर का जन्म कल्याणक महोत्सव सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि एक जीता-जागता संदेश है — जियो और जीने दो। मदद करो और मुस्कुराहटें बांटो।

Dr. Bhanu Pratap Singh