छोटे से विमान से दुनिया नापकर 19 साल की जारा ने इतिहास रचा

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ब्रिटिश और बेल्जियम मूल की सबसे जारा रदरफोर्ड ने इतिहास रच दिया है। जीवन के 19 बसंत देख चुकी जारा दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला बन गई हैं, जिन्‍होंने पूरी दुनिया को अपने छोटे से विमान के जर‍िए नाप डाला है। गुरुवार को जारा जब अपने माइक्रो लाइट प्‍लेन से बेल्जियम के कोर्टरिज्‍क एयरपोर्ट पर उतरीं तो उन्‍होंने 5 महीने में 5 महाद्वीपों की यात्रा पूरी कर ली। इस रेकॉर्ड यात्रा के दौरान जारा ने 51 हजार किमी का सफर करीब 52 देशों के ऊपर से तय किया।
जारा गत 18 अगस्‍त को दुनिया के सबसे तेज माइक्रो लाइट प्‍लेन से रवाना हुई थीं। जारा जब बेल्जियम में उतरीं तो वहां मौजूद लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्‍वागत किया। बेहद खुश नजर आ रहीं जारा ने कहा, ‘यह एक पागलपन भरा सफर था।’ जारा का यह इतना लंबा सफर आसान नहीं था। जारा यात्रा के दौरान उत्‍तरी अमेरिका और दक्षिणी अमेरिका के बाद अलास्‍का में वीजा में देरी और मौसम खराब होने की वजह से एक महीने तक फंस गई थीं।
उत्‍तर कोरिया के पास लगा डर, कहीं जिंदगी खत्‍म न हो जाए….
इसके बाद वह पूर्वी रूस में फंस गई थी जहां सर्दियों का तूफान आया हुआ था। रूस से वह फिर दक्षिण एशिया की ओर रवाना हुईं। दक्षिणी एशिया से पश्चिम एशिया होते हुए फिर वापस यूरोप पहुंच गईं। उनकी सबसे यादगार यात्रा न्‍यूयार्क और उसके बाद आइसलैंड में एक सक्रिय ज्‍वालामुखी की रही। इस दौरान उन्‍हें डर भी लगा कि कहीं जिंदगी खत्‍म न हो जाए। यह डर उन्‍हें साइबेरिया के जमे हुए इलाके और उत्‍तर कोरिया के हवाई स्‍पेस से निकलने के संकरे रास्‍ते के दौरान भी लगा।
जारा ने कहा, ‘उत्‍तर कोरिया मिसाइलों का परीक्षण कर रहा था और उसने कोई चेतावनी भी नहीं दी थी।’ इस रेकॉर्ड को पूरा करने के लिए जारा को दुनिया के दो बिल्‍कुल विपरीत हिस्‍सों को छूना था। इसके तहत वह इंडोनेशिया के जांबी और कोलंबिया के टुमाको में उतरीं। जारा ने इस उड़ान के जरएि अफगानिस्‍तान में जन्‍मी अमेरिकी नागरिक शाइस्‍ता वैस का रेकॉर्ड तोड़ा है। शाइस्‍ता ने साल 2017 में 30 साल की उम्र में अकेले यात्रा करके यह रेकॉर्ड कायम किया था।
इस यात्रा के दौरान जारा ने जमकर गाने सुने और पूरी यात्रा का आनंद लिया। उन्‍होंने कहा कि बेल्जियम से पहले उन्‍हें जर्मनी में उतरना था जो बहुत बारिश और बर्फ की वजह से मुश्किल था। हालांकि बेल्जियम वायुसेना की एरोबेटिक्‍स टीम ने उनकी इसमें मदद की और यह यात्रा भी संपन्‍न हुई। इस थका देने वाली यात्रा के बाद जारा ने कहा कि वह अब अपने परिवार के साथ समय बिताएंगी और ब‍िल्लियों को देख पाएंगी।
यह रेकॉर्ड अन्‍य महिलाओं को बेहतर करने के लिए प्रेरित करेगा
जारा मात्र 14 साल की उम्र से पायलट की ट्रेनिंग ले रही हैं और उन्‍हें साल 2020 में पायलट का लाइसेंस मिला था। वह एक अंतरिक्षयात्री बनना चाहती हैं और उन्‍हें आशा है कि उनका यह रेकॉर्ड अन्‍य महिलाओं को विज्ञान, तकनीक और हवाई क्षेत्र में बेहतर करने के लिए प्रेरित करेगा। उन्‍होंने कहा कि लड़कियों को अक्‍सर सुंदर, दयावान और मददगार बनने के लिए प्रेरित किया जाता है। मैं अपनी उड़ाने के जरिए यह दिखाना चाहती थी कि महिलाएं भी महत्‍वाकांक्षी लक्ष्‍यों को पूरा कर सकती हैं।
-एजेंसियां

Dr. Bhanu Pratap Singh