रूस और यूक्रेन के तनाव को कम करने के लिए पाक ने की मध्यस्थता की पेशकश

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रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव को कम करने के लिए पाकिस्तान ने मध्यस्थता करने के पेशकश की है। ट्वीट कर पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि, उन्होंने यूरोपीय संघ परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल के साथ यूक्रेन की स्थिति के बारे में बात की। इस दौरान उन्होंने युद्धविराम की तत्काल आवश्यकता परस जोर दिया।
कूटनीति के जरिए समाधान की मांग दोहराई
इमरान खान ने बताया कि उन्होंने बातचीत और कूटनीति के माध्यम से समाधान की मांग को दोहराया है। मिशेल के साथ वार्ता में इमरान खान ने युद्ध के तनाव को कम करने के लिए मध्यस्थता करने की पेशकश रखी है। खान की यह पेशकश ऐसे वक्त में आई है जब उन्होंने यूरोपीय संघ और पश्चिमी ब्लाक में इस्लामाबाद से यूक्रेन पर हमला करने के लिए रूस की निंदा करने की मांग की।
पश्चिमी ब्लाक शामिल होना सबसे बड़ी गलती: इमरान
इमरान खान ने यूरोपीय संघ, नाटो और अमेरिका को संबोधित करते हुए कड़े शब्दों और कठोर लहजे का इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा था कि पश्चिमी ब्लाक में शामिल होना पाकिस्तान की सबसे बड़ी गलती थी। गौरतलब है कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ मतदान से परहेज किया और कहा कि वो शांति के प्रति भागीदार बनना चाहेगा। साथ ही पाक ने यह भी साफ किया है कि वो संघर्ष में किसी का भी पक्षकार नहीं बनेगा।
पाक ने बनाए रखा अपना पक्ष
रूस और यूक्रेन के बीच तनाव में पाकिस्तान ने बहुत ही सावधानी पूर्ण फैसले लिए हैं। पाक पर पश्चिम देशों के ओर से रूस की निंदा करने के लिए दबाव था, बावजूद उसके पाक ने अपना पक्ष बनाए रखा है। अमेरिका ने कहा है कि वह यूक्रेन में पैदा हो रहे हालात पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया का मूल्यांकन कर रहा है। दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि क्रिस्टोफर विल्सन ने कहा कि वाशिंगटन और यूरोपीय संघ ने रूस की अर्थव्यवस्था को कमजोर बनाने के उद्देश्य से प्रतिबंध लगाए हैं। दूसरी ओर पाकिस्तान व्यापार और विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) के लिए प्रेषण के माध्यम से अमेरिका और यूरोप पर बहुत अधिक निर्भर करता है।
-एजेंसियां

Dr. Bhanu Pratap Singh