विश्व हृदय रोग दिवस: नशे की लत और बाहर का खानपान बना रहा है युवाओं को हृदय रोगी – Up18 News

विश्व हृदय रोग दिवस: नशे की लत और बाहर का खानपान बना रहा है युवाओं को हृदय रोगी

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आगरा: ‘बाहर का खानपान और नशे की लत युवाओं को हृदय रोगी बना रही है। 30 से कम आयु के लोग हृदय रोगी की शिकार बन रहे हैं। लगातार बदल बदल रही जीवन और खान-पान शैली से हृदयाघात, कार्डियक अरेस्ट, पेरिकार्डियल बहाव, रुमेटिक हृदय रोग, कोरोनरी धमनी रोग, एनजाइना के मरीज बढ़ते चले जा रहे है।’ यह कहना है जिला अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आशीष का।

आगरा के जिला अस्पताल में आज विश्व हृदय रोग दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विशेष जांच शिविर व जनजागरूकता कैम्प का आयोजन किया गया। जिमसें सीएमएस अनीता शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रही। जांच शिविर के दौरान सभी चिकित्सकों में अपने अपने विचार रखे और हृदय रोग से बचने के लिए जीवन व खानपान शैली में परिवर्तन लाने की बात कही।

विश्व हृदय दिवस की थीम

प्रतिवर्ष हृदय दिवस की एक खास थीम होती है, जिसके मुताबिक इस दिन को मनाते हैं। इस वर्ष विश्व हृदय दिवस 2023 की थीम ‘यूज हार्ट, नो हार्ट यानी ‘हृदय का उपयोग करें और हृदय को जानें’ रखी गयी थी। इसी थीम पर आज जिला अस्पताल में हृदय जांच शिविर का आयोजन किया गया था।

हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आशीष का कहना है कि पिछले कुछ सालों में युवा वर्ग में हृदय रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है। इसके पीछे नशे की लत और खराब खाना है। युवाओं में बढ़ रहे हार्ट अटैक के मामलों को समझने के लिए पिछले 2 सालों में कई स्टडीज की गई हैं। यूरोपियन सोसायटी ऑफ कार्डियोलॉजी की स्टडी में युवाओं में ज्यादा शराब और स्मोकिंग की आदत को हार्ट अटैक, स्ट्रोक और दिल की बीमारियों का जिम्मेदार माना गया है। स्टडी के अनुसार, शराब और स्मोकिंग का असर ब्लड प्रेशर, कॉलेस्ट्रोल और ब्लड ग्लूकोज पर पड़ता है। जंक और फैटी फूड की वजह से धमनियां सख्त हो जाती हैं जो दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ाती हैं।

हृदय रोगों में स्ट्रोक, जन्मजात हृदय दोष, हृदयाघात, कार्डियक अरेस्ट, पेरिकार्डियल बहाव, रुमेटिक हृदय रोग, कोरोनरी धमनी रोग, एनजाइना आदि शामिल है। दिल की इन गंभीर बीमारियों से दूर रहने के लिए स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने की जरूरत है।

Dr. Bhanu Pratap Singh