dr GS dharmesh interview

जानिए यूपी के मंत्री डॉ. जीएस धर्मेश की निजी जिन्दगी की अनसुनी बातें, देखें वीडियो

NATIONAL POLITICS PRESS RELEASE REGIONAL साक्षात्कार

Agra, Uttar Pradesh, India.उत्तर प्रदेश सरकार में समाज कल्याण राज्यमंत्री डॉ. जीएस धर्मेश आगरा छावनी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। उनकी पत्नी का नाम सरला धर्मेश है। हमने उनके निजी जीवन के बारे में विस्तार से बातचीत की। कई रहस्य उजागर हुए। यह भी पता चला कि कॉलेज लाइफ में क्या करते थे। यह भी कि होने वाली पत्नी से संवाद करने का तारीका क्या था। हमारा एक सवाल सुनकर वे चुप्पी साध गए। पढ़िए और देखिए डॉ. जीएस धर्मेश का साक्षात्कार।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः आपके जीवन का लक्ष्य क्या था?

डॉ. जीएस धर्मेशः मेरे जीवन का लक्ष्य डॉक्टर बनना था और मैं बना।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः क्या राजनेता बनना चाहते थे?

डॉ. जीएस धर्मेशः नहीं

डॉ. भानु प्रताप सिंहः फिर नेता कैसे बन गए

डॉ. जीएस धर्मेशः कुछ परिस्थितियोंवश नेता बनना पड़ा। मेरी प्रैक्टिस बहुत अच्छी चल रही थी। मैंने अपनी क्लीनिक का उद्घाटन राजनेता द्वारा कराया था। उस राजनेता ने अपने चुनाव में मेरा इस्तेमाल किया। इसके बाद राजनीति में मेरी रुचि बढ़ती गई।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः भोजन में सबसे ज्यादा क्या पसंद है?

डॉ. जीएस धर्मेशः चूल्हे पर हाथ की बनी हुई रोटी और उड़द की दाल।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः भोजन मां के हाथ का अच्छा लगता है या पत्नी के हाथ का?

डॉ. जीएस धर्मेशः भोजन तो मां के हाथ का ही अच्छा लगता है। मां नहीं है तो पत्नी के हाथ का अच्छा लगता है।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः दोनों के भोजन में कोई फर्क महसूस होता है?

डॉ. जीएस धर्मेशः बहुत अंतर महसूस होता है।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः कभी पत्नी को अपने हाथ से खाना खिलाया है?

डॉ. जीएस धर्मेशः एक बार

डॉ. भानु प्रताप सिंहः क्यों

डॉ. जीएस धर्मेशः अब खिलाया है, ऐसी कोई बात नहीं है।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः क्या पत्नी ने भी अपने हाथ से खाना खिलाया है कभी?

डॉ. जीएस धर्मेशः हां, उन्होंने भी खिलाया है एक बार

डॉ. भानु प्रताप सिंहः सुनने में आया है कि आप रोजाना नहाते नहीं हैं?

डॉ. जीएस धर्मेशः ये बात सौ परसेंट गलत है। कड़ाके की सर्दी में नहाता हूँ और गर्मियों में दो बार नहाता हूँ।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः घूमने के लिए सबसे ज्यादा कौन सा स्थान अच्छा लगता है?

डॉ. जीएस धर्मेशः मुझे कहीं पिकनिक पर जाने का सौभाग्य नहीं मिला है। एक बार परिवार समेत अंडमान-निकोबार जाने का मौका मिला है

डॉ. भानु प्रताप सिंहः आपकी हॉबीज क्या हैं?

डॉ. जीएस धर्मेशः राजनीति में काम रहे हैं तो उसका जनता में निंरतर प्रचार-प्रसार हो।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः पसंदीदा गाना कौन सा है?

डॉ. जीएस धर्मेशः फूल तुम्हें भेजा है खत में..

डॉ. भानु प्रताप सिंहः क्या बाथरूम में कभी गाना नहीं गुनगुनाया?

डॉ. जीएस धर्मेशः नहीं, मौका भी नहीं मिलता है। दिनचर्या टाइट है।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः आपकी नजर में सबसे अच्छा अभिनेता और अभिनेत्री कौन सी है?

डॉ. जीएस धर्मेशः अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी व रेखा।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः सबसे अच्छा नेता कौन सा है?

डॉ. जीएस धर्मेशः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी जी।


डॉ. भानु प्रताप सिंहः वस्त्रों में कौन सा रंग पसंद है?

डॉ. जीएस धर्मेशः सफेद।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः आपको किससे डर लगता है और क्यों?

डॉ. जीएस धर्मेशः मैं सही मार्ग पर चलता हूँ। इसलिए मुझे किसी से डर नहीं लगता है।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः कॉलेज लाइफ में कोई महिला मित्र बनी क्या?

डॉ. जीएस धर्मेशः इस क्षेत्र में मेरी कभी रुचि नहीं रही।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः आपने क्या लव मैरिज की थी?

डॉ. जीएस धर्मेशः नहीं।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः शादी से पहले लड़की देखी थी क्या?

डॉ. जीएस धर्मेशः देखी थी।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः शादी और सगाई के बीच में संवाद कैसे कायम हुआ?

डॉ. जीएस धर्मेशः पहले मोबाइल तो थे नहीं। आगरा में चित्रा टॉकीज के निकट एक होटल था, वहां चाय पीने के लिए आ जाती थीं।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः ऐसा कोई वाकया जब आपकी पत्नी से तकरार हुई हो और आपने अलग अंदाज में मनाया हो?

डॉ. जीएस धर्मेशः ये तो चलता रहता है। आपस में लड़ाई-झगड़े-तकरार नहीं होगी तो प्यार-मोहब्बत कैसे बढ़ेगी। हमने कह दिया.. चलो हो गया।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः पत्नी ने आपको मनाया?

डॉ. जीएस धर्मेशः हां, मनाया।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः आप रूठे क्यों?
डॉ. जीएस धर्मेशः ये कोई बात नहीं हुई। पुरानी बातें हैं ये।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः जीवन का कोई ऐसा किस्सा जो सबके साथ शेयर करना चाहते हैं?

डॉ. जीएस धर्मेशः मेरे इंटर में क्लासफेलो थे दीपचंद। वे शादीशुदा था। आगरा में अपनी रिश्तेदारी में मुझे साथ लेकर आए थे। हम लौटकर साइकिल से जा रहे थे। आगरा यूनिवर्किटी के सामने से गुजर रहे थे। वहां भीड़ लगी थी। मेरे मित्र ने कहा कि यहां भीड़ क्यों लग रही है। वह अपनी साइकिल मुझे देकर देखने चला गया। वहां पीएमटी के फार्म मिल रहे थे। 500 रुपये का फार्म था। मुझे भरवा दिया, खुद नहीं भरा। पहली बार में ही मैं पीएमटी में सलेक्ट हो गया। अपने मित्र दीपचंद को को इस बात के लिए बधाई देना चाहता हूँ। न गांव से आगरा लेकर आता, न फार्म भरता, न डॉक्टर बनता।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः आपकी सफलता का रहस्य क्या है?

डॉ. जीएस धर्मेशः भाजपा ने मुझे जो भी दायित्व दिया, उसे पूरी ईमानदारी से निभाया। लक्ष्य से अधिक काम किया। इस प्रकार पार्टी में मेरा स्थान बना। संगठन मंत्री रामप्यारे पांडे ने मुझे आगे बढ़ाया।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः आपको आगरा पसंद है तो क्यों?

डॉ. जीएस धर्मेशः जहां आदमी पैदा होता है, वह उसे पसंद रहता है। मैं आगरा में रहता हूँ। राजनीतिक रूप से ताजमहल, आगरा किला, सभा होटल, डीएम, कमिश्नर, एसएसपी सभी कार्यालय निवास, जिला अस्पताल, आगरा कैंट रेलवे स्टेशन मेरी विधानसभा क्षेत्र में है। मेरा क्षेत्र वीआईपी है।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः क्या आप अपने राजनीतिक जीवन से संतुष्ट हैं?

डॉ. जीएस धर्मेशः मैं पूरी तरह संतुष्ट हूँ। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं विधायक और मंत्री बनूंगा।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः हर नेता अपनी राजनीतिक विरासत अपने परिवार को सौंपना चाहता है। आप क्या करेंगे?

डॉ. जीएस धर्मेशः भारतीय जनता पार्टी में ऐसा नहीं होता है। मेरे बाद मेरा बेटा विधायक बने, यह भाजपा में संभव नहीं है।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः आप अपने विधानसभा क्षेत्र की जनता को क्या संदेश देना चाहते हैं?

डॉ. जीएस धर्मेशः मैंने अपने राजनीतिक जीवन में पूरी ईमानदारी से काम किया है। विधायक के रूप में जितने कार्य अफने विधानसभा क्षेत्र में कराए हैं, उतने कभी नहीं हुए। मुझसे पहले एक भी ईंट विकास के नाम पर नहीं लगी थी। जहां कोई कार्य नहीं किया था, वहां पूरा चमन कर दिया है। एक रुपये का किसी का लेना-देना नहीं है। कोई भ्रष्टाचार नहीं है। ईमानदारी से काम करता हूँ। इसी को ध्येय मानकर कार्य करता हूँ।

डॉ. भानु प्रताप सिंहः सुना है आगरा के सांसद से आपकी अनबन रहती है।

डॉ. जीएस धर्मेशः मेरी किसी से अनबन नहीं रहती है। कोई स्वयं अनबन मानता हो तो मैं क्या कर सकता हूँ।