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UP Vidhan sabha Election 2022 विप्र महापंचायत भाजपा के नाम, यूपी सरकार के मंत्री कर गए अपना काम

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Agra, Uttar Pradesh, India. सनातन विचार मंच के बैनर तले सूरसदन प्रेक्षागृह में विप्र महापंचायत का आयोजन किया गया। आयोजन में आगरा और अलीगढ़ मण्डल से बड़ी संख्या में ब्राह्मण शामिल हुए। मुख्य अतिथि के तौर पर उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा और कानून मंत्री बृजेश पाठक इस भव्य आयोजन का हिस्सा बने। अगर यह कहें कि विप्र महापंचायत भारतीय जनता पार्टी के नाम रही तो गलत नहीं होगा। बृजेश पाठक खुलकर तो श्रीकांत शर्मा इशारों में भाजपा का काम कर गए।

पीटीआई के पूर्व चेयरमैन प्रमोद गोस्वामी, पूर्व जिला जज दिनेश कुमार शर्मा, महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित, राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे, ब्रिगेडियर विनोद दत्ता,धीरज मिश्रा फिल्म निर्देशक, आगर शहर के सभी विप्र पार्षद एवं डॉ. राजीव उपाध्याय, व्यवसायी पीएल शर्मा एवं अन्य बहुत से व्यवसाई और डॉक्टर गणमान्य लोग विशिष्ट अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में शामिल हुए।

उत्तर प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक ने विप्र महापंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा कि अगर हम वाकई में समाज की एकता चाहते हैं तो विरोध की बजाय अपने समाज का सहयोग करें। आर्थिक रुप से कमजोर लोगों की मदद करें और उनके साथ खड़े हों। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण याचक नहीं दाता के रुप में समाज में अपनी अलग पहचान रखता है। इसलिए खुद को पहचानें और दलों के बीच में तुलनात्मक अध्ययन करते हुए सही को चुनें।

ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने खुलकर तो कुछ नहीं कहा लेकिन इशारों इशारों में अपने दल का काम कर गए। सामाजिक मंच होने की वजह से पाठक की बजाए खुले तौर पर बोलने से परहेज करते हुए उन्होंने ब्राह्मणों का ब्राहमणत्व जगाते हुए अपने सम्बोधन की शुरुआत गायत्री मंत्र से की। उन्होंने कहा कि मंत्र वायुमंडल की अशुद्धियों को दूर करने का चमत्कारिक काम करते हैं। उन्होंने विप्र महापंचायत में आए विप्र बन्धुओं से कहा कि हम अपने दायित्वों और परंपराओं का निर्वहन कितना करते हैं, यह महत्वपूर्ण है। उन्होंने सवाल दागा कि क्या हम नित्य हवन करते हैं। कहा कि कितने घरों में गाय की रोटी नित्य निकलती है। बच्चों को संस्कार देने के प्रति हम कितने सजग हैं।

उन्होंने कहा कि ब्राह्मण का काम मार्गदर्शन करना है। समाज हमें अग्रणीय मानता है तो जरूरी है कि हमारे अंदर वो गुण होने चाहिए। मंत्री ने कहा कि राष्ट्र प्रथम की भावना प्रत्येक ब्राह्मण में होती है। वो पहले देश का हित देखता है फिर समाज और सबसे बाद में अपना। इस दौरान उन्होंने कहा कि धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में सरकार बेहद महत्वपूर्ण काम कर रही है। पूरे बृज में सुविधाएं बढ़ाने के साथ पर्यटकों का ठहराव हो सके इस पर भी काम हो रहा है। उन्होंने इशारों ही इशारों में सरकार की उपलब्धियों को बता कर ब्राह्मणों को जोड़ने की कोशिश की।

अन्य वक्ताओं ने ब्राह्मणों की आर्थिक सामाजिक एवं शैक्षिक मूल्यांकन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आत्ममंथन का समय है। हमें ईमानदारी से खुद का अवलोकन करना होगा कि हम किस दिशा में जा रहे हैं। इससे पहले मनकामेश्वर मंदिर के महंत योगेशपुरी ने मंच पर मौजूद मंत्री द्वय को गुरुकुल परम्परा को फिर से शुरू करने सुझाव दिया। धन्यवाद ज्ञापित आयोजन समिति के विकास भारद्वाज ने किया।

सबसे पहले अतिथियों ने भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलन किया। सुप्रसिद्ध कवयित्री डॉ.रुचि चतुर्वेदी ने सरस्वती वन्दना की। स्वागत की औपचारिकता पूरी करते हुए आयोजन समिति ने सभी अतिथियों को अंग वस्त्र भेंटकर और बुके देकर सम्मानित किया। यह आयोजन उनके स्मृति पटल पर अंकित रहे, इसलिए भगवान परशुराम की प्रतिमा स्मृति चिह्न के रूप में भेंट की गयी।

इस मौके पर गजेन्द्र शर्मा, शैलेन्द्र कुमार शर्मा, राजकुमार पथिक, लोकेश पाठक, रघु पण्डित, मनीष थापक, पवन समाधिया, राहुल शर्मा एडवोकेट, सजल भारद्वाज, मनोज तिवारी, आशीष पाराशर, अमित गोस्वामी, मुकेश पालीवाल, सुधीर शर्मा, जितेंद्र भारद्वाज, राम भारद्वाज, बृजेश उपाध्याय, विष्णु पंडित, गुरु चरण गौतम, विक्की ने व्यवस्थाएं संभालीं। संचालन डॉ. तरुण शर्मा ने किया।

Dr. Bhanu Pratap Singh