UP election 2022 प्रत्याशियों की कहानी, उन्हीं की जुबानी, पढ़कर मजा आ जाएगा

Election POLITICS REGIONAL साहित्य

पिछले दिनों हमने एक मंच बनाया, विधायक के दावेदारों को बुलाया। सवाल एक था, बड़ा ही नेक था। पूछा कि चुनाव किसलिए लड़ना चाहते हो, आखिर क्या करना चाहते हो। सबने अपने-अपने अंदाज में हकीकत बता रहे हैं और हम आपको महाभारत के संजय की तरह सुना रहे हैं। प्रत्याशी कौन है ये आप बताना, नहीं तनिक भी शरमाना।

प्रत्याशी नंबर-1: यहां उपस्थित भाइयो और बहनो, आप सब बप्पी लहरी की तरह खूब सोना पहनो। आपने मुझे दो बार विधायक बनाया है, विधानसभा में पहुंचाया है। मैंने कितने ही काम कराए हैं, क्या आपको कभी गिनाए हैं। जो भी आता है मैं उसकी सुनता हूँ, जरूरत पड़ी तो साथ भी चल देता हूँ। पिछली बार आपने मुझे हराया तो मैं सपा में चला आया। सपा वालों न भाव खाया तो मुझे कमल का फूल भाया। ‘राम का प्रताप’ काम आए न आए, ‘राम की सकल’ काम आएगी, यहां की जनता मुझे विधानसभा में पहुँचाएगी। देखो राहुल, मुलायम, मायावती की न कोई बात है, मोदी जी के सामने इनकी क्या बिसात है। मेरे बिरादरी भाई कर्ज चुकाएंगे, मुझे विधानसभा में पहुचाएंगे। पांच साल में एक बार आपसे केवल एक वोट मांगता हूँ, आप देंगे, यह जानता हूँ। पूरे इलाके में बिजली, पानी, सड़क और फ्लाई ओवर बनवा दूंगा, विकास की गंगा बहा दूंगा। जय श्रीराम।

प्रत्याशाी नंबर-2:  धन्यवाद आपने मुझे बुलाया, आप पर न पड़े कभी दुखों का साया। भाइयो, मैं तीसरी बार मैदान में आया हूँ, आपके लिए सौगातें लाया हूँ। मैंने एसएन मेडिकल कॉलेज को एम्स बनाया है, गरीबों का दुखदर्द दूर करने का वचन निभाया है। मैं बुलंदशहर के फालड़ा फाल से गंगाजल लाया हूँ, इसलिए भागीरथ भी कहलाया हूँ। एक चेली दिल्ली से आई थी, तरह-तरह की अफवाह फैलाई थी। टिकट न मिली तो दिल्ली की टिकट कटा ली, अपनी ही इज्जत घटा ली। पूरे पांच साल तक इलाके में रोज ही जा रहा, इसी कारण जनता को भी भा रहा। इस समय तो आपको नमस्कार करने आ रहा हूँ, एडवांस में धन्यवाद जता रहा हूँ। तीसरी बार आपको ही जितना है, कमीनों के मुंह पर ताला लगाना है। अबकी तो मंत्री बन जाऊंगा, आप सबके बहुत काम आऊंगा। जय श्रीराम।

प्रत्याशी नंबर-3: भाइयो, मैं अपने बारे में क्या बताऊं, आपको क्या-क्या सुनाईं। पार्टी की सेवा करते हुए पूरी जिन्दगी निकल गई, ढाई साल पहले पार्टी की टिकट मिल गई। उपचुनाव में आपने धुआँधार जिताया और विधानसभा में पहुंचाया। खूब काम करके दिखाया इसी कारण पार्टी ने दोबारा विश्वास जताया। कुछ अग्रवाल भड़क गए थे, मेरे पीछे लग गए थे। मैं जानता हूँ कि उन्हें किसने भड़काया है, किसके कहने पर इतना जोश आया है। मेरे बारे में पिद्दी से अखबारों में छपवाया है और कतरन को अमित शाह तक पहुंचाया है। उसने मेरे कहने पर एक भी काम नहीं किया, मुझे किसी कार्यक्रम में भी आमंत्रित नहीं किया। हमारी पार्टी में ही कार्यकर्ता का सम्मान है, इसीलिए पार्टी में जान है। अब तो पूरे पांच साल के लिए आऊँगा और आपके मनमुताबिक काम करके दिखाऊँगा। जय श्रीराम।

प्रत्याशी नंबर-4: प्यारे भाइयो और बहना, आप ही तो हैं मेरे गले का गहना। मैं राजधानी में रहती थी, सबको हुक्म करती थी। आप सबने ऐसा प्यार जाताया कि मुझे यहां बुलाया। आप जिता दो, विधानसभा में पहुंचा दो। वोट मांगने मैं न आ पाई तो क्या हुआ मेरा बेटा आएगा, वह सारी समस्याओं का समाधान कराएगा। वैसे भी कोरोना फैला हुआ है, मैंने तो दूसरी लहर में झेला हुआ है। अगर मैं आपके बीच नहीं आ रही हूँ तो आप सबको कोरोना से बचा रही हूँ। हमारी सरकार ने कितना काम कराया है, इतना तो 70 साल में भी नहीं हो पाया है। एक बार आपने हरा दिया था, अबकी जिता दो, एक बार, बस एक बार विधायक बना दो। डिप्टी सीएम बन जाऊंगी, आपके सारे काम करवाऊँगी। फिर मेरा एक फोन जाएगा तो अफसर कांप जाएगा। जय श्रीराम।

 

 

Dr. Bhanu Pratap Singh