बीटिंग रिट्रीट: गूंजा सेना का शौर्यगान, ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ की धुन ने मोहा मन, रोशनी से जगमगाया विजय चौक

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नई दिल्‍ली। विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट समारोह आज अपनी भव्‍यता के साथ सेना का शैर्यगान गूंजा। कई बदलावों के साथ बीटिंग रिट्रीट को अनूठा अंदाज़ दिया गया। इस पूरे समारोह में आज सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द, प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल रहे।

गणतंत्र दिवस समारोह के समापन के प्रतीक के रूप में दिल्ली के विजय चौक पर ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह शुरू हो चुका है। इस बार ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह बेहद खास है क्योंकि समारोह में पहली बार 1,000 स्वदेशी ड्रोन से आसमान जगमगाया। ‘मेक इन इंडिया’ पहल के अंतर्गत इस समारोह की अवधारणा डिजाइन और कोरियोग्राफी की गई है।

चीन, रूस और ब्रिटेन के बाद भारत 1,000 ड्रोन के साथ इतने बड़े पैमाने पर ड्रोन शो का आयोजन करने वाला चौथा देश बन गया।

बीटिंग द रिट्रीट के मौके पर सेनाओं के बैंड ने ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ की धुन बजाई जिसने सभी को मंत्रमुग्‍ध कर दिया। समारोह में मौजूद राष्‍ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तालियों से इसका स्‍वागत किया।

कार्यक्रम में भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के बैंड की ओर से 26 धुनें बजाई जा रही हैं। कुछ देर में पहली बार विजय चौक पर प्रोजेक्शन मैपिंग शानदार नजारा दिखाई देगा।
बैंड कुल 26 धुनों ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध
भारतीय उत्साह के साथ मार्शल संगीत की धुनें इस साल समारोह की खास रहीं। भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के बैंड कुल 26 धुनों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। इसकी शुरुआत ‘वीर सैनिक’ की धुन बजाते हुए मास बैंड से हुई तत्पश्‍चात पाइप्स एंड ड्रम बैंड, सीएपीएफ बैंड, एयर फोर्स बैंड, नेवल बैंड, आर्मी मिलिट्री बैंड और मास बैंड रहे. समारोह के मुख्य कंडक्टर कमांडर विजय चार्ल्स डी’ क्रूज थे।

समारोह में जोड़ी गई कई नई धुनें
‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाने के लिए समारोह में कई नई धुनें जोड़ी गई, इनमें ‘केरल’, ‘हिंद की सेना’ और ‘ऐ मेरे वतन के लोग’ शामिल हैं, इस कार्यक्रम का समापन ‘सारे जहां से अच्छा…’ लोकप्रिय धुन के साथ हुआ।

ड्रोन शो ने सर्वाधिक ध्‍यान खींचा
इस साल के ‘बीटिंग द रिट्रीट’ का प्रमुख आकर्षण नया ड्रोन शो रहा, जिसे आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में समारोह का हिस्सा बनाया गया। ड्रोन शो का आयोजन स्टार्टअप ‘बोटलैब डायनेमिक्स’ (Botlab Dynamics ) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से किया।

दस मिनट के शो में 1,000 स्वदेशी ड्रोन
दस मिनट के शो में 1,000 स्वदेशी ड्रोन शामिल हुए। ड्रोन शो के दौरान सिंक्रोनाइज्ड बैकग्राउंड म्यूजिक भी बजाया गया। समारोह के अंत से पहले स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रोजेक्शन मैपिंग शो भी हुआ। लगभग 3-4 मिनट की अवधि के इस शो को नॉर्थ और साउथ ब्लॉक की दीवारों पर प्रदर्शित किया गया।

गणतंत्र दिवस परेड की तरह ही ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह के लिए पर्यावरण के अनुकूल निमंत्रण पत्र तैयार किए गए। कार्ड को अश्वगंधा, एलोवेरा और आंवला के औषधीय पौधों के बीजों से तैयार किया गया था जिन्‍हें लोगों को इसे अपने बगीचों, फूलों के गमलों में लगाने और सदियों पुराने औषधीय लाभों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

हर साल 29 जनवरी को राष्‍ट्रीय राजधानी दिल्‍ली के विजय चौक पर बीटिंग द रिट्रीट समारोह का आयोजन किया जाता है। इसके साथ ही गणतंत्र दिवस के समारोह का समापन होता है।

बीटिंग रिट्रीट की परंपरा काफी पुरानी है। यह समारोह सेना की वापसी का प्रतीक है। इस दौरान राष्ट्रपति सेनाओं को अपनी बैरकों में लौटने की इजाजत देते हैं।

बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी को सेनाओं के अपने बैरक में लौटने का प्रतीक माना जाता है। जब सेनाएं युद्ध समाप्त करके लौटती थी तो अपने अस्त्र-शस्त्र उतार कर रखती थीं। आम तौर पर सूर्यास्त के समय ही सेनाएं अपने शिविर में लौटती थीं। इस दौरान झण्डे नीचे उतारते जाते थे।

यह समारोह बीते दौर की एक झलक होती है। यह एक ऐसी परंपरा का हिस्‍सा है जिसमें सेनाओं की वापसी पर उनका बैंड धुनों से जोरदार स्‍वागत किया जाता है। पाइप और ड्रम बैंड, सीएपीएफ, वायुसेना, नौसेना और सेना के बैंड अपनी शानदार प्रस्‍तुतियां देते हैं।
– Legend News

Dr. Bhanu Pratap Singh