ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण का काम पूरा, मंगलवार को सौंपी जाएगी रिपोर्ट

ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण का काम पूरा, मंगलवार को सौंपी जाएगी रिपोर्ट

NATIONAL


वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण का काम सोमवार को (आज) पूरा हो गया. एडवोकेट कमिश्नर की कार्रवाई शनिवार को सुबह शुरू हुई थी, जिसमें ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर जाकर सर्वे किया गया और सभी वादी-प्रतिवादियों की मौजूदगी में वीडियोग्राफ़ी की गई.
12 मई को वाराणसी कोर्ट की एक बेंच ने वहाँ वीडियोग्राफ़ी जारी कराने का आदेश दिया था.
इस सर्वे की समाप्ति और उससे जुड़ी जानकारी देते हुए बनारस के पुलिस कमिश्नर सतीश गणेश ने कहा, “सबसे पहले तो मैं यह बताना चाहूंगा कि व्यापक स्तर की जो सुरक्षा हमने दी थी, उसके कई चरण थे. हमने सभी स्टेक होल्डर्स के साथ बैठक कर एक कंसेंसस बनाया कि यह कोर्ट का आदेश है और उसका पालन करना हम सबका संवैधानिक दायित्व है.”
क्योंकि मस्जिद के सर्वेक्षण से जुड़ा मामला संवेदनशील था, तो उसकी व्यापक तैयारियाँ की गईं थीं. उनके बारे में जानकारी देते हुए सतीश गणेश ने कहा, “शहर में हर थाना स्तर पर लोगों के साथ संवाद किया, बातचीत की, उनके मन में भ्रांतियों को दूर किया.”
“हमने सुरक्षाबलों की तैनाती भी की और एक और हमने भरोसा बढ़ाने का काम भी किया. इस वजह से यह तीन दिन की कार्रवाई आज औपचारिक तौर पर समाप्त हो गई है.”
सतीश गणेश ने यह भी हिदायत दी कि इस मामले में किसी भी आधिकारिक बयान के अलावा किसी अन्य बयान पर ध्यान ना दिया जाए.
क्या है मामला
पाँच महिलाओं ने कोर्ट में याचिका दायर कर ज्ञानवापी मस्जिद के पीछे वाले हिस्से में मां शृंगार गौरी की पूजा और दर्शन करने की मांग की थी.
साथ ही उन्होंने प्लॉट नंबर 9130 के निरीक्षण और वीडियोग्राफी की मांग भी की थी जिसे मंज़ूर करते हुए कोर्ट ने निरीक्षण और उसकी वीडियोग्राफी के आदेश दिए थे.
जानकारी लीक होने पर क्या बोले अधिकारी
कमीशन की करवाई की गोपनीयता एक बार दोहराते हुए बनारस के डीएम कौशल राज शर्मा ने कहा, “एडवोकेट कमिश्नर के द्वारा सभी पक्षों को यह निर्देश दिए गए थे कि रिपोर्ट कोर्ट में 17 मई को पेश होगी और तब तक कोई यह बताइए कि अंदर क्या मिला है.”
“लेकिन किसी ने अपनी निजी इच्छा से बताने की कोशिश की है, तो कोई भी उसकी प्रमाणिकता साबित नहीं कर सकता. सिर्फ़ कोर्ट इस सूचना का कस्टोडियन है. अगर किसी ने भी आपको यह बात बताई है तो यह उनके निजी विचार है. इससे कोर्ट कमीशन की करवाई का कोई लेना देना नहीं है.”
अब एडवोकेट कमिश्नर मंगलवार को अपनी रिपोर्ट बनारस के सिविल जज को सौंपेंगे.
-एजेंसियां

Dr. Bhanu Pratap Singh