मैच और सीरीज जीतने से 152 रन दूर है टीम इंडिया, अश्विन ने किया कमाल

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भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की सीरीज का चौथा मुकाबला रांची में खेला जा रहा है। टीम इंडिया ने तीसरे दिन रविवार को स्टंप्स तक बगैर किसी नुकसान के 40 रन बना लिए हैं। टीम मैच और सीरीज जीतने से 152 रन दूर है। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल नॉटआउट हैं।

इंग्लैंड की टीम तीसरे दिन के तीसरे सेशन में दूसरी पारी में 145 रन पर ऑलआउट हो गई। इंग्लैंड की पहली पारी के 46 रन की लीड के आधार पर भारत को 192 रन का टारगेट मिला। इससे पहले, इंग्लैंड टीम पहली पारी में 353 और भारतीय टीम 307 रन पर ऑलआउट हुई।

भारत में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज बने अश्विन

रविचंद्रन अश्विन ने रांची टेस्ट की दूसरी पारी में भारत के लिए कमाल की बॉलिंग की। सीरीज में अभी तक फॉर्म से जूझ रहे अश्विन ने बेन डकेट, ओली पोप, जो रूट, बेन फोक्स और जेम्स एंडरसन को अपना शिकार बनाया। इससे इंग्लैंड की पारी सिर्फ 145 रनों पर सिमट गई। इस दौरान अश्विन ने महान लेग स्पिनर अनिल कुंबले की भी बराबरी कर ली। इसके साथ ही घरेलू सरजमीं पर अपने 350 टेस्ट विकेट भी पूरे कर लिए। इसके साथ ही भारत में वह सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बन गए।

भारत में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट

आर. अश्विन – 354
अनिल कुंबले- 350
हरभजन सिंह- 265
कपिल देव- 219
रविंद्र जडेजा- 211

फॉर्म से जूझ रहे थे अश्विन

इस सीरीज के पहले मैच में रविचंद्रन अश्विन को 3-3 विकेट तो मिले लेकिन इंग्लिश बल्लेबाजों ने आसानी से उनके खिलाफ रन बनाए। भारत में ऐसा काफी कम देखा गया है जब विदेशी बल्लेबाज अश्विन के खिलाफ सहज हों। दूसरे टेस्ट की पहली पारी में अश्विन खाली हाथ रहे। हालांकि दूसरी पारी में अश्विन ने 3 विकेट लिए। राजकोट टेस्ट में उन्हों दो विकेट मिले।

रांची में पहली पारी में भी 22 ओवर डालने के बाद अश्विन एक ही विकेट ले पाए। दूसरी तरफ इंग्लैंड के युवा स्पिनर्स लगातार कमाल कर रहे थे। ऐसे में अश्विन पर सवाल भी उठने लगे थे। लेकिन रांची टेस्ट की दूसरी पारी में अश्विन ने अपनी क्लास दिखा दी।

इंग्लैंड के पहले तीन विकेट अश्विन को

अश्विन को कप्तान रोहित शर्मा ने नई गेंद दी। इसका उन्होंने पूरा फायदा हुआ। सलामी बल्लेबाज बेन डकेट और फिर ओली पोप को लगातार दो गेंदों पर अपना शिकार बना लिया। इससे भारतीय टीम को शानदार शुरुआत मिली। पहली पारी में शतक लगाने वाले जो रूट सेट हो रहे थे। अश्विन ने उन्हें भी एलबीडब्ल्यू कर दिया। कप्तान रोहित शर्मा रूट के खिलाफ डीआरएस नहीं लेना चाह रहे थे। लेकिन अश्विन को भरोसा था और उन्होंने कप्तान को इसके लिए मजबूर कर दिया। अंत में भारत को सफलता भी मिली।

-एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh