क्या आप वियनशील हैं, जैन साध्वी वैराग्य निधि ने चार उदाहरणों से समझाई बात
राजा श्रेणिक के राज्य में एक चोर चंडाल जाति का था। वह अपने विद्याबल से रोज पेड़ को झुकाकर आम चोरी करता था। एक दिन पकड़ा गया। जब महामंत्री अभयकुमार को उसकी इस विलक्षण विद्या का पता चला उन्होंने उस चंडाल जाति के चोर को अपने से ऊंचे आसन पर बिठाकर पेड़ को झुकाने वाली […]
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