नेपाल के पूर्व मंत्री, उद्योगपति जैन मुनि मणिभद्र से आशीर्वाद लेने आगरा आए, पढ़िए प्रवचन
Agra, Uttar Pradesh, India. संसार में सबसे दुर्लभ कार्य है निस्वार्थ भावना से दान देना। देने वाला दाता और पाने वाला पाता होता है। यदि देने वाला अंहकार से भरा हुआ हो और लेना वाला संतुष्ट नहीं हो, उसे लोभ हो तो फिर दान देने का कोई लाभ नहीं है। यदि दाता और पाता पवित्र […]
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