स्‍टडी में हुए Sunscreen को लेकर चौंकाने वाले खुलासे – Up18 News

स्‍टडी में हुए Sunscreen को लेकर चौंकाने वाले खुलासे

HEALTH

 

डॉक्टर्स से लेकर स्किन विशेषज्ञ तक, सभी लोगों को सनस्क्रीन लगाने की सलाह जरूर देते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ये क्रीम सूरज की नुकसान पहुंचाने वाली किरणों यूवी, यूवीए, यूवीबी से ही नहीं बल्कि ब्लू लाइट और पलूशन से भी त्वचा को सुरक्षित रखने में मदद करती है। स्किन को जब ये प्रोटेक्शन मिलता है तो सनबर्न, डार्क स्पॉट्स, एजिंग साइन्स जैसी कई प्रॉब्लम्स दूर रहती हैं। हालांकि, कौन सी सनस्क्रीन स्किन के लिए सेफ है और उसे सूट करती है, इन बातों का ख्याल रखना भी बेहद जरूरी है। इस एंगल से सेफ्टी की बात करें तो एफडीए की एक स्टडी में Sunscreen को लेकर कुछ ऐसे खुलासे हुए, जो न सिर्फ चौंकाने वाले हैं बल्कि लोगों के निर्णय को बदल देने वाले भी।

ये तत्व चले जाते हैं ब्लडस्ट्रीम में

इस स्टडी के बारे में डॉक्टर किरण सेठी ने अपनी एक पोस्ट में जिक्र किया है। इसमें उन्होंने बताया कि यूएस फूड एंड डर्ग एडमिनिस्ट्रेशन ने पाया कि सनस्क्रीन का लगातार और बार-बार इस्तेमाल करने पर उसमें मौजूद एजेंट्स एवोबेनज़ोन, ऑक्सीबेनज़ोन, ऑक्टोक्रिलीन, होमोसैलेट, ऑक्टाइल सैलिसिलेट और ऑक्टिनोक्सेट ब्लडस्ट्रीम में जाने लगता है। यानी कि ये तत्व खून सोख लेता है, जो पूरे शरीर में फ्लो होता है।

इन सनस्क्रीन का करें इस्तेमाल

किरण सेठी ने आगे कहा कि इसका मतलब क्या है, इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता, लेकिन हम ये जरूर जानते हैं कि मिनरल सनब्लॉक्स जिंक ऑक्साइड और टाइटेनियम डायऑक्साइड अब्जॉर्ब नहीं होते हैं और इस्तेमाल के लिए परफेक्ट एंड सेफ हैं। वैसे एफडीए में भी इसका साफ तौर पर जिक्र नहीं किया गया था कि सनस्क्रीन के जो तत्व ब्लडस्ट्रीम में अब्जॉर्ब हो रहे हैं, उनके नुकसान हैं लेकिन इसने चीजों को और ज्यादा बारीकी से जांचे जाने पर ध्यान केंद्रित कर दिया।

ये भी है ऑप्शन 

डॉक्टर ने आगे सलाह देते हुए कहा कि जितना हो सके उतना मिनरल्स बेस्ड सनस्क्रीन का ही इस्तेमाल करें। अगर चेहरे पर इससे दिखने वाली वाइट लेयर अच्छी नहीं लगती, तो इसकी जगह ऐसी केमिकल सनस्क्रीन का यूज करें, जिनमें एफडीए द्वारा बताए गए ब्लडस्ट्रीम में अब्जॉर्ब हो जाने वाले तत्व न हों।

बच्चों को लगाएं ये सनस्क्रीन

डॉक्टर किरण ने ये भी सुझाव दिया कि अगर समझ नहीं आ रहा कि क्या करें, तो उस सनस्क्रीन को यूज करें, जो आपको बेस्ट सूट करती हो। थेयोरी बेस्ड रिस्क का ख्याल रखने से ज्यादा स्किन को सन से प्रोटेक्ट करना है। उन्होंने खतरे और फायदे के बीच में बैलेंस बनाकर रखने को कहा। आखिर में डॉक्टर ने बच्चों के लिए सिर्फ मिनरल सनब्लॉक्स का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

Dr. Bhanu Pratap Singh